मराठा आरक्षण: जालना के सराटी गांव में जरांगे-पाटील फिर शुरू कर रहे हैं बेमियादी भूख हड़ताल

जालना के सराटी गांव में जरांगे-पाटील फिर शुरू कर रहे हैं बेमियादी भूख हड़ताल
  • जालना के आंतरवाली सराटी गांव में शनिवार से फिर बेमियादी भूख हड़ताल
  • जरांगे-पाटील फिर शुरू कर रहे हैं बेमियादी भूख हड़ताल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे-पाटील जालना के आंतरवाली सराटी गांव में शनिवार से फिर बेमियादी भूख हड़ताल शुरू करेंगे। जरांगे-पाटील ने कहा कि वह पिछले कई दिन से मराठा आरक्षण के लिए विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाने और मराठा आरक्षण के लिए कानून पारित करने की मांग कर रहे हैं। जरांगे-पाटील ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांग की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि अनशन के दौरान वह न पानी पीएंगे और न ही डॉक्टर से इलाज कराएंगे। जरांगे-पाटील ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर सत्ताधारी पक्ष के कुछ लोग मराठा आरक्षण को लेकर अफवाह फैला रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि वह उनके बहकावे में न आएं। जरांगे-पाटील ने कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल से अनुरोध किया कि मराठा आरक्षण के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलें। यह भी कहा कि यदि वह चुप नहीं हुए तो फिर उन्हें हम चुप कराना जानते हैं।

इससे पहले मराठा आरक्षण का चेहरा बने मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र के मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल को चेतावनी दी थी। मनोज ने कहा था कि अगर वे मराठा समुदाय के लिए मांगे जा रहे आरक्षण की राह में बाधाएं पैदा करते हैं, तो मनोज मंडल आयोग को चुनौती देंगे। मनोज ने यह भी कहा था कि जिन लोगों ने पहले से ही खुद को कुनबी समुदाय का साबित कर दिया है, यदि सरकार ने उन्हें सर्टिफिकेट देने का आश्वासन लागू नहीं किया, तो नए सिरे से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।

मनोज बोले- अगर परेशानी खड़ी की तो हमारा धैर्य खत्म हो जाएगा

मनोज ने नासिक में मीडिया से बात के दौरान भुजबल पर निशाना साधते हुए कहा था- जैसे आपके बेटे-बेटियां हैं, वैसे ही हमारे भी हैं। हम मंडल कमीशन को चुनौती नहीं देना चाहते। तुम भी जियो और हमें भी जीने दो, लेकिन अगर हमारे आरक्षण के रास्ते में बाधाएं पैदा कीं, तो हमारा धैर्य खत्म हो जाएगा और हमें मंडल आयोग को चुनौती देनी होगी। भुजबल ने पिछले दिनों चेतावनी दी थी कि यदि ओबीसी के साथ अन्याय हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे। इस पर जरांगे ने कहा कि वे इस्तीफा देने वालों में से नहीं हैं, बल्कि दूसरों का इस्तीफा लेने वालों में से हैं। वे जिस पार्टी में जाते हैं, उस पार्टी को बर्बाद कर देते हैं।

Created On :   9 Feb 2024 4:46 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story