फिक्की फ्रेम्स 2024: नई रिपोर्ट जारी - डिजिटल मीडिया की मांग बढ़ी, मनोरंजन क्षेत्र में 8% की वृद्धि

नई रिपोर्ट जारी - डिजिटल मीडिया की मांग बढ़ी, मनोरंजन क्षेत्र में 8% की वृद्धि
  • डिजिटल विज्ञापन में बढ़ोतरी
  • डिजिटल मीडिया की मांग बढ़ी
  • मनोरंजन और मीडिया में आई तेजी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। 'फिक्की फ्रेम्स 2024' की शुरुआत हुई. 5 मार्च से 7 मार्च तक चलने वाले इस इवेंट में '# रीइंवेंट के जरिए भारत के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के रिपोर्ट पर चर्चा हुई, साथ ही नई रिपोर्ट जारी की गई जिसमें भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र 2023 में 8% की वृद्धि के साथ आकड़ा INR2.3 ट्रिलियन तक पहुंच गया।जो कि साल 2019 में महामारी से पहले के आंकड़ों से 21 प्रतिशत ज्यादा है। फिक्की ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2023 में नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ रेट की रफ्तार धीमी पड़ने के चलते विज्ञापन रेवेन्यू में कमी आई है।

डिजिटल मीडिया की मांग बढ़ी

फिक्की की रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में डिजिटल मीडिया रेवेन्यू के मामले में टेलीविजन को पीछे छोड़ देगा। बिजनेस चैंबर फिक्की की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में अनुमान है कि डिजिटल मीडिया का रेवेन्यू बढ़कर 751 अरब रुपये रह सकता है जबकि टेलीविजन का रेवेन्यू 718 अरब रुपये रहने का अनुमान है। फिक्की - ईवाई की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में देश के मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर ने जोरदार ग्रोथ दिखाया है और ये 8.1 फीसदी के ग्रोथ (173 अरब रुपये) के साथ 2.32 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है। रिपोर्ट में ये अनुमान जताया गया है कि 2024 में ये इसे पार कर सकता है इस वर्ष 10 फीसदी के ग्रोथ रेट के साथ कुल रेवेन्यू 2.55 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया है।

2026 तक 3 लाख करोड़ रेवेन्यू का अनुमान

रिपोर्ट के मुताबिक 2023 से 2026 के बीच टेलीविजन का रेवेन्यू 3.2 फीसदी से बढ़ेगा वहीं डिजिटल मीडिया का रेवेन्यू दोगुना ग्रोथ दिखाएगा और इसके 13.5 फीसदी के दर से बढ़ने का अनुमान है। 2026 तक मीडिया और मनोरंजन सेक्टर का रेवेन्यू 3.08 लाख करोड़ रुपये को भी पार कर जाएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना महामारी के दौर के पूर्व काल से ये सेक्टर 21 फीसदी का ग्रोथ दिखा चुका है लेकिन टेलीविजन, प्रिंट और रेडियो 2019 के लेवल से भी पीछे चल रहा है।

टेलीविजन पर विज्ञापन की कमी

रिपोर्ट के मुताबिक टेलीविजन को छोड़कर 2023 में मीडिया और एंटरटेनमेंट के सभी सेगमेंट्स ने ग्रोथ दिखाया है। 2023 में 172 अरब रुपये रेवेन्यू बढ़ा है हालांकि ये 2022 के 371 अरब रुपये के मुकाबले आधा हो रहा है। विज्ञापन में कमी के चलते रेवेन्यू में गिरावट देखने को मिली है, जबकि डिजीटल और ऑनलाइन गेमिंग जैसे नए माध्यम से साल 2023 में 122 अरब रुपये का रेवेन्यू रहा है। 2019 में मीडिया और मनोरंजन सेक्टर में डिजीटल मीडिया की हिस्सेदारी 20 फीसदी थी जो 2023 में बढ़कर 38 फीसदी हो गई है।

डिजिटल विज्ञापन में बढ़ोतरी

रिपोर्ट के मुताबिक सभी सेगमेंट में टेलीविजन के ग्रोथ रेट में 2022 के मुकाबले 2023 में 2 फीसदी का नेगेटिव ग्रोथ देखने को मिला है। टेलीविजन विज्ञापन में 6.5 फीसदी की कमी आई है क्योंकि गेमिंग और डी2सी ब्रांड ने विज्ञापन खर्च कम कर दिया है, जबकि डिजिटल प्लेटफार्म के विज्ञापन में 15 फीसदी का ग्रोथ देखने को मिला है। डिजिटल सब्सक्रिप्शन के रेवेन्यू में 9 फीसदी का उछाल आया है और ये 78 अरब रुपये पर जा पहुंचा है. रिपोर्ट के मुताबिक दो साल लगातार डबल डिजिट में ग्रोथ दिखाने के बाद देश के नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ की रफ्तार धीमी पड़ गई है और ये केवल 9 फीसदी से दर से बढ़ा है, जिसका असर विज्ञापन से होने वाले रेवेन्यू पर पड़ा है।

रानी मुखर्जी ने कहा- ब्लॉकबस्टर फिल्में बढ़ीं, सिनेमाघरों में दर्शकों को देखकर खुशी हुई

अभिनेत्री रानी मुखर्जी 'फिक्की फ्रेम्स 2024' में नजर आईं, जहां कार्यक्रम में उन्होंने पठान, गदर 2, टाइगर 3 जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों की भी सराहना की। इस दौरान रानी ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कार्यक्रम में रानी ने कहा, 'वास्तव में मुझे इस बात की खुशी है कि थिएटर में एक बार दर्शक लौट आए हैं। फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज होकर अच्छा कारोबार कर रही हैं। इसकी शुरुआत फिल्म पठान से हुई और फिर जवान, गदर 2, टाइगर 3, एनिमल, सालार, जेलर, जैसी फिल्मों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया और बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं। रानी ने आगे कहा, 'पठान थिएटर में उस समय रिलीज हुई, जब सिंगल स्क्रीन थिएटर का बिजनेस ठंडा था। मैं दुनिया को यह दिखाने के लिए अपनी हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री को बधाई देना चाहती हूं कि हिंदी सिनेमा सोशल मीडिया ट्रोलिंग का शिकार नहीं होता'।

Created On :   6 March 2024 9:55 PM IST

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