स्मारक का अनावरण: भावुक हुए रितेश, अमित देशमुख बोले - कांग्रेस हमारे खून में है, जहां हूं, ठीक हूं

भावुक हुए रितेश, अमित देशमुख बोले - कांग्रेस हमारे खून में है, जहां हूं, ठीक हूं
  • विलासराव के स्मारक के अनावरण के मौके पर भावुक हुए रितेश देशमुख
  • अमित देशमुख का बयान
  • कांग्रेस हमारे खून में है, जहां हूं, ठीक हूं

डिजिटल डेस्क, मुंबई. विलासराव सहकारी चीनी मिल में रविवार को लातूर में पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के स्मारक का अनावरण किया गया। जिसमें विलासराव देशमुख के राजनीतिक जीवन के पलों को कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने याद किया। विलासराव के संबंधों का बखान करते हुए उनके बेटे रितेश देशमुख जहां अपने आंसू नहीं रोक पाए, वहीं विलासराव के दूसरे बेटे और कांग्रेस विधायक अमित देशमुख ने अपने पिता की वफादारी के बारे में भी बताया। अमित ने कहा कि विलासराव पर भी कुछ घटनाओं को चलते कांग्रेस पार्टी ने कार्रवाई की थी, लेकिन मेरे पिता ने कहा था कि अगर पार्टी मुझे कांग्रेस से निकाल भी दे तब भी मेरे खून से कांग्रेस को नहीं हटा पाएंगे। भाजपा में जाने की चर्चाओं के बीच अमित ने कहा कि मैं जहां हूं, ठीक हूं। कांग्रेस हमारे खून में है।

अमित देशमुख ने कहा कि देश और प्रदेश में जो राजनीतिक स्थिति उत्पन्न हुई है और लोग इधर से उधर जा रहे हैं। मुझे यकीन है कि महाराष्ट्र के आम आदमी को यह स्वीकार्य नहीं है। अमित ने कहा कि हमारी भूमिका महाराष्ट्र के विचार को आम आदमी तक पहुंचाने की होनी चाहिए। राज्य के लोग शरद पवार, सोनिया गांधी, उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर देखते हैं। हमें आम लोगों की उम्मीदें पूरी करनी है तो जिम्मेदारियों को निभाना होगा। अमित ने कहा कि मैं सार्वजनिक रूप से कह रहा हूं कि मेरे बारे में भी लोग अफवाह उड़ा रहे हैं लेकिन मैं जहां हूं, वहीं ठीक हूं।

विलासराव देशमुख के अभिनेता बेटे रितेश देशमुख ने कहा कि यह देखकर दुख होता है कि आजकल राजनीति में निचले स्तर पर भाषण दिए जाते हैं। जिस महाराष्ट्र पर कभी दिग्गज नेताओं का शासन था, आज वह समय देखने को नहीं मिलता है। उस युग को वापस लाने की जरूरत है। अपने पिता विलासराव और चाचा दिलीप राव देशमुख के रिश्ते के बारे में बात करते हुए रितेश देशमुख भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए। रितेश को उनके भाई अमित उन्हें ढांढस बंधाते हुए भी दिखाई दिए। रितेश ने कहा कि मेरे पिता और चाचा एक दूसरे का कैसे ख्याल रखते थे आज के जमाने को यह सीखने की जरूरत है।

Created On :   19 Feb 2024 1:30 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story