- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- सरकारी पैनल में निजी अस्पतालों की...
Chandrapur News: सरकारी पैनल में निजी अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए : डॉ. शेटे

- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री और महात्मा फुले जन आरोग्य योजना की समीक्षा कर दिए निर्देश
- 1356 बीमारियों के इलाज और सर्जरी का समावेश
Chandrapur News जरूरतमंद मरीजों को योजना का लाभ मिल सके, इसके लिए सरकारी पैनल पर निजी अस्पतालों की संख्या बढ़ाना जरूरी है और स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में योजना बनानी चाहिए, ऐसा आयुष्मान भारत मिशन महाराष्ट्र समिति के अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश शेटे ने कहा। वे जिलाधिकारी कार्यालय में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत एवं महात्मा फुले जन आरोग्य योजना की संयुक्त समीक्षा करते हुए बोल रहे थे। इस अवसर पर विधायक देवराव भोंगले, मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुलकित सिंह, अतिरिक्त जिलाधिकारी नितिन व्यवहारे, मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल, अधिष्ठाता डॉ. मिलिंद कांबले, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. महादेव चिंचोले, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आविष्कार खंडाते, निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. हेमचंद कन्नाके, मनपा चिकित्सा अधिकारी डॉ. नयना उत्तरवार आदि उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री एवं महात्मा फुले जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 1356 बीमारियों के उपचार एवं शल्य चिकित्सा को शामिल बताते हुए डॉ. शेटे ने कहा कि इसमें और भी बीमारियों को शामिल किया जाएगा। सरकार की मंशा है कि स्थानीय स्तर पर मरीजों को तुरंत अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिले। इसके लिए अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को सरकारी पैनल में शामिल करने की नीति तय की गई है। पैनल में आने वाले निजी अस्पतालों के लिए अच्छा पैकेज तैयार किया जा रहा है तथा उक्त निधि 30 दिनों के भीतर संबंधित अस्पताल को हस्तांतरित कर दी जाएगी। स्वास्थ्य के लिए सरकारी स्तर से निधि की कमी नहीं होने दी जाएगी।
‘मिशन संजीवनी' परियोजना शुरू की जाएगी : चंद्रपुर आदिवासी बहुल जिला है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है। इसलिए, निजी अस्पतालों को सरकारी पैनल में शामिल करने के लिए अधिक से अधिक अस्पतालों से आवेदन आमंत्रित करें। साथ ही, आवेदन प्राप्त करने वाले अस्पतालों को संवेदनशीलता के साथ शामिल करें। आपूर्ति विभाग के साथ समन्वय करके अधिक से अधिक नागरिकों के राशन कार्ड पर केवाईसी की जाए तो आयुष्मान कार्ड जारी करने में सुविधा होगी। अपने स्वास्थ्य संबंधी डेटा को संग्रहीत रखना हमारी जिम्मेदारी है। आने वाले दिनों में मिशन संजीवनी परियोजना शुरू की जाएगी और इससे विभिन्न प्रकार के प्रत्यारोपण करना संभव होगा, ऐसा डाॅ.शेटे ने कहा।
Created On :   14 Jun 2025 5:25 PM IST