उम्मीदवारी: राजू पारवे की दावेदारी का विरोध, भाजपा कार्यकर्ताओं ने की इस्तीफे की तैयारी

राजू पारवे की दावेदारी का विरोध,  भाजपा कार्यकर्ताओं ने की इस्तीफे की तैयारी
  • सहयोगी दल भी जता रहे नाराजगी
  • सामूहिक इस्तीफे की दे रही चेतावनी
  • अपने-अपने कर रहे दावे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रामटेक लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भाजपा की टिकट के दावेदार के तौर पर कांग्रेस विधायक राजू पारवे का नाम सामने आने से भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष है। पारवे की दावेदारी का विरोध करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे की तैयारी की है। पारवे के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठकें हो रही हैं।

दलों में भी असहमति : उम्मीदवार को लेकर महायुति व महाविकास आघाड़ी के दलों में भी सहमति नहीं बन पाई है। शिवसेना शिंदे गुट ने इस क्षेत्र से अपना दावा कायम रखा है। भाजपा किसी भी स्थिति में अपने निशान से ही इस क्षेत्र में उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। नामांकन दाखिल करने के लिए 5 दिन शेष हैं। उसमें भी 3 दिन अवकाश रहेगा, लेकिन किसी भी गठबंधन का उम्मीदवार तय नहीं हो पाया है। इस क्षेत्र से भाजपा शिवसेना गठबंधन के उम्मीदवार के ताैर पर कृपाल तुमाने दो बार चुनाव जीते। अब वे शिवसेना शिंदे गुट में हैं। भाजपा में तुमाने का विरोध किया जा रहा है।

आरंभ से ही भाजपा के नेता कह रहे हैं कि इस बार रामटेक से भाजपा का ही उम्मीदवार रहेगा। भाजपा की ओर से अरविंद गजभिये सहित अन्य नामों को सामने लाया गया है। इस बीच कांग्रेस विधायक राजू पारवे चर्चा में है। कहा जा रहा है कि पारवे भाजपा या शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का प्रयास कर रहे हैं। पारवे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से भेंट भी की है। एेसे में शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ता नाराज चल रहे हैं। दूसरी आेर भाजपा में भी असंतोष सामने आ रहा है। शिवसेना शिंदे गुट के रामटेक निर्वाचन क्षेत्र संगठक अमोल गुजर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को इस्तीफा भेजा है। 150 पदाधिकारियों की इस्तीफे की तैयारी का दावा किया है। भाजपा में भी एेसी ही स्थिति बनी है।

मंत्री आत्राम के साथ कांग्रेस नेता वडेट्टीवार को पीडब्ल्यूडी का नोटिस : लोककर्म विभाग ने अन्न व औषधि विभाग के मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम व विधान सभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार को कॉटेज व बंगले के बकाया शुल्क को लेकर नोटिस दिया। दोनों नेताओं ने बंगले व काटेज का बकाया शुल्क का भुगतान किया, जिसके बाद लोक कर्म विभाग ने मंत्री आत्राम व कांग्रेस नेता वडेट्टीवार को एनओसी जारी की।

यह था पेंच : मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम गड़चिरोली व कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार चंद्रपुर से लोक सभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। उम्मीदवार पर किसी तरह का शासकीय बिल या शुल्क बकाया नहीं होना चाहिए। रवि भवन व शासकीय बंगलों की एनआेसी जरूरी होती है। दोनों नेताआें पर बकाया शुल्क था। मंत्री आत्राम रवि भवन में काटेज नं. 27 व वडेट्टीवार को बंगला नं. 27 आवंटित हुआ है। चुनावी आचार संहिता लगने के बाद एक दिन का शुल्क 5 हजार होता है, जबकि सामान्य दिनों में एक दिन का शुल्क 100 रुपए होता है। मंत्री आत्राम ने 60 हजार से ज्यादा का भुगतान किया, वहीं वडेट्टीवार ने 50 हजार तक का भुगतान किया। भुगतान करने के बाद दोनों को पीडब्ल्यूडी की तरफ से एनआेसी जारी कर दी गई।


Created On :   23 March 2024 1:03 PM GMT

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