फायर-फ्री पेंच: जंगल की आग बुझा रहे गांववाले, पारशिवनी तहसील के 3 ग्रामों को मिला पुरस्कार

जंगल की आग बुझा रहे गांववाले, पारशिवनी तहसील के 3 ग्रामों को मिला पुरस्कार
  • वन विभाग ने 50 गांवों को योजना में किया शामिल
  • पारशिवनी तहसील के 3 ग्रामों को मिला प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार
  • जंगल सुलगने से पहले आग बुझा रहे ग्रामवासी,

डिजिटल डेस्क, नागपुर. गर्मी में जंगल में आग लगने का डर रहता है, लेकिन इन दिनों पेंच व्याघ्र प्रकल्प इस डर से कोसों दूर है, क्योंकि वन विभाग के साथ ग्रामवासियों की ताकत जुड़ गई है। ग्रामवासी जंगल सुलगने के पहले ही बुझा रहे हैं। वहीं वन विभाग से इसके लिए पुरस्कार भी पा रहे हैं। यह सब ‘फायर-फ्री पेंच' अभियान अंतर्गत हुआ है। यह अभियान लागू होने से पहले पेंच में हर साल सैकड़ों हेक्टर जंगल जल रहा था, लेकिन योजना लागू होने के बाद जंगल जलने का सिलसिला काफी कम हो गया है। पेंच का जंगल 749 स्क्वेयर किमी के दायरे में फैला हुआ है। इसमें देवलापार, सालेघाट, पवनी, नागलवाड़ी, पूर्व पेंच पिपरिया, चोरबाहुली, घाटपेंडरी जैसी जगह है। यहां वन्यजीवों का बसेरा है। इस जंगल में घनी झाड़ियां हैं, जो ठंड में हरी-भरी रहती हैं, लेकिन गर्मी में पूरी तरह से सूख जाती है। घास भी सूख जाती है। ऐसे में आग उगलता सूरज और सूखे पत्तों में घर्षण, आग लगाने के लिए काफी होता है, जिससे हजारों हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो जाते हैं।

इस आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग ने कई उपाययोजना की हैं। जिसमें सेटलाइट की मदद ली जा रही है। पहले कर्मचारियों की लागातार गश्त बढ़ाई गई, लेकिन आग पर नियंत्रण नहीं पाया जा सक रहा था। वर्ष 2021 में कुल 619 हेक्टेयर जंगल जलने से वन विभाग को नुकसान सहना पड़ा था। लेकिन इसके बाद ‘फायर-फ्री पेंच' योजना चलाई गई, जिसमें व्याघ्र प्रकल्प के बफर में आने वाले 50 गांवों को वनविभाग ने इस योजना शामिल किया। प्रत्येक गांव को काम दिया गया कि, जो गांव जंगलों की आग बुझाने में आगे रहेगा, उसे वन विभाग की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। ऐसे में गांववालों में होड़ लग गई।

वर्ष 2022 में केवल 30 मामले आग के हुए हैं, जिसमें 215 हेक्टर ही जंगल जल सका है। वर्ष 2023 में परिणाम और भी अच्छा रहा, जिसमें आग सुलगने से पहले ही बुझा दी गई। केवल 3 मामलों में 6 हेक्टेयर में आग अपनी मौजूदगी दर्ज करा पाई है। आगे फैलने के पहले ही गांववालों ने इस पर काबू पा लिया है। ‘फायर-फ्री पेंच' अभियान के तहत पारशिवनी तहसील के कोलितमारा, सुरेरा व घाटपेंढरी गांव के सरपंच व ग्राम परिसर के विकास समिति अध्यक्ष को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिया गया। प्रोत्साहन पत्र के साथ नकद राशि भी पुरस्कार में दी गई।

Created On :   18 March 2024 2:14 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story