अम्बिकापुर : लक्षण पूर्व डीईसी एवं एल्बेन्डाजाल की गोली का सेवन कर बचा जा सकता है फाईलेरिया से
डिजिटल डेस्क, अम्बिकापुर। राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के संचालन हेतु समीक्षा बैठक सम्पन्न कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत दवा सेवन गतिविधि के संबंध में जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के सभा कक्ष मंथन में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अनिल प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बैठक में डॉ. अनिल प्रसाद के द्वारा फाईलेरिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई कि यह बीमारी संक्रमित क्युलेक्स नामक मादा मच्छर से फैलता है इसका पता जल्दी से नहीं चल पाता है। संक्रमण पश्चात 5 से 6 वर्ष बाद इसके लक्षण दिखाई देना शुरू होता है। तब तक काफी देर हो चुकी होती है। इस कारण पहले से ही सतर्कता बरतते हुए पहले से ही डीईसी एवं एल्बेन्डाजाल की गोली खाकर इस बीमारी से बच सकते हैं। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि सभी विकासखण्डों मे शहरी क्षेत्रों में दवा की दूष्प्रभाव से निपटने हेतु रैपिड़ रिस्पांस दल का गठन किया गया है एवं 108 एंबुलेन्स की सहायता भी ली जा सकती है। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार सरगुजा जिले में 23 नवम्बर से 30 नवम्बर तक सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के क्रियान्वयन को सफल किए जाने हेतु शासन के सभी विभाग शासकीय व गैर शासकीय संस्थाओं के सहयोग से सरगुजा जिले के फाईलेरिया मुक्त किया जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य प्राप्ति हेतु डॉ. अनिल प्रसाद के द्वारा फाईलेरिया की रोकथाम के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में डॉ. डीपी सान्डिल्य, सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता, अम्बिकापुर जनपद पंचायत से श्री विक्रम सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री ज्योति मिंज, नगर निगम के स्वच्छता निरीक्षक श्री अवधेश कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   20 Nov 2020 3:06 PM IST