तनावपूर्ण स्थिति देखते हुए 17 नवंबर तक कर्फ्यू, दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा

Curfew till November 17 in view of tense situation, rioters will not be spared
तनावपूर्ण स्थिति देखते हुए 17 नवंबर तक कर्फ्यू, दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा
सतर्कता तनावपूर्ण स्थिति देखते हुए 17 नवंबर तक कर्फ्यू, दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा

डिजिटल डेस्क, अकोला। त्रिपुरा की घटना के बाद अमरावती में हिसंक घटनाएं घटी थी। जिसको लेकर अकोला में किसी प्रकार की वारदात न हो इसके लिए इसके लिए जिला व  पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में व्यापक बंदोबस्त लगाकर नागरिकों से शांति की अपील की जा रही है। रविवार की रात अकोट के कबाडपुरा में आग लग जाने के बाद महकमे में हड़कम्प मच गया था। आईजी पहुंचे अकोट शहर {रविवार की रात कबाड़पुरा में लगी आग की जानकारी के पश्चात अमरावती के विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा ने  जिला पुलिस अधीक्षक जी श्रीधर, अपर पुलिस अधीक्षक मोनिका राऊत,  अकोट शहर उपविभागीय पुलिस अधिकारी रितू खोखर के अलावा एलसीबी प्रमुख संतोष महल्ले से घटना की जानकारी लेते हुए घटना स्थल का जायजा लिया ।

मरीजों को कर्फ्यू में रियायत

अकोट शहर में लगाए गए कर्फ्यू में जिला व पुलिस प्रशासन ने बीमार लोगों को अस्पताल जाने तथा दवाई खरीदने के लिए रियायत दी है। इसके अलावा सभी प्रतिष्ठानों तथा नागरिकों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई है। यदि कोई आदेश का उल्लंघन करते हुए पाया जायेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है।

अकोट के कुछ क्षेत्र में घटी घटना के बाद पुलिस विभाग की ओर से कड़ा बंदोबस्त लगाते हुए ऐसी वारदातों में पूर्व में शामिल लोगों पर निगाहें लगाकर रखी गई है। पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार की अनुचित घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पुलिस की सजगता से अकोट में तनावपूर्ण शांति है। 

दंगाईयों पर होगी कड़ी कार्रवाई : आईजी

दंगाग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण के पश्चात विशेष पुलिस महानिरीक्षक की अगुवाई में शांति समिति बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में उन्होंने कहा कि दंगाईयों ने बिना किसी कारण के शहर के हनुमान नगर में पथराव कर वाहनों का नुकसान किया। इसके अलावा रविवार रात कबाड़ बाजार में आग लगा दी गई थी। इस दंगे में सामान्य नागरिकों का नुकसान होता है। इस तरह की वारदातों में शामिल किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि घटना का अकोट से किसी प्रकार का सम्बन्ध न होते हुए भी दंगाईयों ने जिस तहर पथराव व आगजनी की घटना को अंजाम दिया उसका सबसे अधिक खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पुलिस उन सभी समाज कंटकों की तलाश कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। ऐसी चेतावनी भी बैठक में दी। 

घटना की गंभीरता को देखते हुए  अमरावती संभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा ने घटना स्थल का जायजा लेकर पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए। वहीं शांति समिति की बैठक में दंगाईयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी आईजी ने दी। रविवार की रात 12 बजे से संचारबंदी में ढील देते हुए जमावबंदी के आदेश जारी हुए थे किंतु अकोट शहर की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने आदेश में बदलाव करते हुए 17 नवंबर की सुबह 4 बजे तक कफर्यू लगा दिया है। कफर्यू के दौरान केवल अस्पताल तथा दवाई खरीदने के लिए नागरिकों को रियायत दी जायेगी।

 

Created On :   17 Nov 2021 6:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story