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हुक डालकर चलाए जा रहे 900 से अधिक सबमर्सिबल, नई मुहिम होगी शुरु

डिजिटल डेस्क, अकोला। महानगरपालिका क्षेत्र में पार्षदों की जिद की वजह से जगह-जगह सार्वजनिक बोअर खोदे गए है। बोअर का आंकड़ा 3200 के ऊपर पहुंचा है, जिसमें से लगभग 900 सबमर्सिबल बिना मीटर डायरेक्ट चल रहे है। बिजली के इस अवैध इस्तेमाल पर महानगरपालिका का कोई नियंत्रण नहीं है। इस कारण महावितरण का लाखों का नुकसान हो रहा है। बिजली के अवैध इस्तेमाल के मुद्दे को लेकर महावितरण के अधिकारी शुक्रवार को महानगरपालिका आयुक्त चर्चा के लिए पहुंचे। सकारात्मक चर्चा के बाद जल्द ही सभी अवैध कनेक्शनों को वैध कराने के लिए कार्यवाही शुरू करने पर सहमति बनी।
सिर्फ 70 सबमर्सिबल के कनेक्शन वैध
मनपा क्षेत्र में हर दो-तीन साल बाद जलकिल्लत की स्थिति निर्माण होती है। इस दौरान बोअर खोदने पर अधिक जोर होता है। नागरिकों को जलकिल्लत का सामना न करना पड़े इसलिए अब तक 3200 से अधिक बोअर खोदे गए, जिसमें 970 सबमर्सिबल तथा 2230 से अधिक हैंडपंप है। लगे हुए सबमर्सिबल पंपों में सिर्फ 70 सबमर्सिबल अधिकृत मीटर लगाकर चलाए जा रहे है। अन्य 900 सबमर्सिबल डायरेक्ट कनेक्शन पर चलाए जा रहे है। जानकारी अनुसार महानगरपालिका के लिए सभी सबमर्सिबल का बिल भरना संभव न होने से तत्कालीन आयुक्त ने प्रत्येक परिसर में नागरिकों को ही अपने स्तर पर मीटर लेकर बिजली बिल का खर्च चलाने की अपील की थी। साथ ही अपने घर से केबल डालकर पानी लेने को कहा गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सभी कनेक्शन डायरेक्ट होने से महावितरण का लाखों का नुकसान हो रहा है। वहीं भूगर्भ से प्राप्त होनेवाले पानी की बर्बादी पर भी कोई अंकुश नहीं लग रहा है।
पथदीपों के कनेक्शन भी डायरेक्ट
मनपा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी महानगरपालिका की है, जिससे पथदीपों की सुविधा के लिए मनपा ही महावितरण को बिजल बिल का भुगतान करती है। किंतु अकोला शहर में बड़े पैमाने पर पथदीप डायरेक्ट चलाए जा रहे है। बिना मीटर डायरेक्ट पथदीप लगाए जाने से दिन-रात जल रहे है, जिससे महावितरण का नुकसान हो रहा है। जानकारी अनुसार महानगरपालिका पर लगभग 78 लाख रूपए बिजली बिल बकाया है।
चलाई जाएगी जांच मुहिम
सबमर्सिबल पंप व पथदीपों के डायरेक्ट कनेक्शन समेत विविध मुद्दों को लेकर महावितरण के अधीक्षक अभियंता पवनकुमार कछोट समेत अन्य अधिकारी शुक्रवार को मनपा आयुक्त से चर्चा करने महानगरपालिका पहुंचे। आयुक्त को बिजली के अवैध इस्तेमाल की समस्या से अवगत कराया गया। इस पर आयुक्त कविता द्विवेदी ने आश्वस्त किया कि सभी डायरेक्ट कनेक्शनों को वैध कराने के लिए जांच मुहिम चलाई जाएगी। सूत्रों के अनुसार महावितरण के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि सबमर्सिबल के कनेक्शन को वैध कराना संभव न होने पर हैंडपप लगवाए जाए। ऐसी ही स्थिति बरकरार रही तो महावितरण को एफआईआर दाखिल करना पड़ सकता है।
Created On :   28 Nov 2021 5:10 PM IST