लापरवाही - कोरोना सस्पेक्ट का सैंपल लेकर भर्ती करने की बजाय घर से सामान लाने की दे दी इजाजत

Negligence - Instead of recruiting a sample of Corona Suspect, allowed to bring goods from home
लापरवाही - कोरोना सस्पेक्ट का सैंपल लेकर भर्ती करने की बजाय घर से सामान लाने की दे दी इजाजत
लापरवाही - कोरोना सस्पेक्ट का सैंपल लेकर भर्ती करने की बजाय घर से सामान लाने की दे दी इजाजत

दुबई से आई ग्वारीघाट निवासी महिला के लिए गाइड लाइन का पालन नहीं
डिजिटल डेस्क  जबलपुर ।
दुनिया भर में महामारी बना कोरोना वायरस भले ही दूसरे शहरों में गंभीर माना जा रहा हो, लेकिन सोमवार को जिला अस्पताल में जो हुआ उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि यहाँ का प्रबंधन इसे लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। लगातार हाथ धोएँ, बातचीत में 3 फीट की दूरी रखें, हाथ न मिलाएँ.. जैसे संदेश जनता को दिए जा रहे हैं लेकिन उससे ठीक विपरीत जिला अस्पताल विक्टोरिया के प्रबंधन ने वह कर दिया जिसकी इजाजत कोरोना को लेकर जारी मेडिकल एडवाइजरी और गाइड लाइन में कतई नहीं है। दुबई से आए ग्वारीघाट निवासी एक दम्पति की जाँच की सूचना मुंबई से भोपाल होते हुए जिला प्रशासन को मिली। स्वास्थ्य अमले को इसके लिए अलर्ट किया गया, दो बार संंबंधित के घर पहुँची हैल्थ टीम वहाँ ताला लगा देख लौट गई। बाद में फोन से संपर्क होने पर उन्होंने सरकारी एम्बुलेंस की बजाए अपनी गाड़ी से विक्टोरिया पहुँचने की जानकारी दी। जिला अस्पताल के प्रशासनिक अमले ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान पति  में कोई लक्षण नहीं दिखे लेकिन महिला में कोरोना के संभावित लक्षण मिले। अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उसका सैंपल लिया गया और उसे जाँच के लिए आईसीएमआर लैब भेजा गया। ट्टमहिला को सैंपल के बाद जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, यह किसकी गलती है पता लगा रहे हैं। उसके घर जाने की सूचना मिलने पर उसे अस्पताल बुलाया गया, यह है गाइडलाइन - कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि जिस सस्पेक्ट का सैंपल जाँच के लिए भेजा जा रहा है उसे तत्काल आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाना जरूरी है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे छुट्टी दी जा सकती है लेकिन उसके पहले उसे किसी भी सूरत में बाहर नहीं रहने दिया जा सकता।
महिला में आए लक्षण
आरएमओ डॉ. जैन ने बताया कि ग्वारीघाट निवासी पति-पत्नी दोनों पिछलेे दिनों दुबई गए थे। मुंबई से वे ट्रेन से सोमवार को शहर आए। उनके विदेश से आने की सूचना पर एम्बुलेंस के साथ अधिकारियों की टीम स्क्रीनिंग के लिए भेजी गई थी लेकिन उनके घर पर ताला लगा था, बाद में उन्हें फोन पर संपर्क किया गया तो वे एम्बुलेंस की बजाए अपने वाहन से विक्टोरिया आए थे। पति में कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले, लेकिन पत्नी में थे तो उसके सैंपल जाँच के लिए भेजे गए हैं।
इनका कहना है
महिला आइसोलेशन वार्ड में है। इस तरह की लापरवाही काफी घातक है, गलती करने वाले को दंडित किया जाएगा।
-डॉ. मनीष मिश्रा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
 

Created On :   17 March 2020 3:25 PM IST

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