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- Panic among villagers- herds of elephants of Chhattisgarh are also feared to come to Gondia and Bhandara
भंडारा: गांववालों में दहशत - छत्तीसगढ़ के हाथियों के झुंड गोंदिया और भंडारा में भी आने की आशंका

डिजिटल डेस्क, भंडारा। ओड़िसा से निकले हाथियों के झुंड ने गड़चिरोली जिले के विविध तहसीलों में उत्पात मचाने के बाद अब भंडारा जिले की ओर रुख किया है। जिले के लाखांदुर तहसील मुख्यालय से पांच किमी दूरी पर पिपलगांव (कोहली) में पांच हाथियों का एक झुंड देखे जाने की चर्चा हैं। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने झुंड देखे जाने को लेकर इसे महज अफवाह करार दिया हैं। गड़चिरोली जिले में हाथियों के झुंड द्वारा मचाए गए उत्पात की घटनाओं को देखते हुए स्थानीय नागरिकों में दहशत का माहौल है। बता दें कि लगभग एक माह पहले ओड़िसा से छत्तीसगढ़ होते हुए हाथियों का झुंड़ गड़चिरोली जिले में दाखिल हुआ था। वहां घने जंगल और पानी की उपलब्धता के चलते यह झुंड लगभग एक माह निवास कर गया। इस बीच झुंड ने क्षेत्र में फसलों को बुरी तरह तहस नहस किया। अब यह झुंड आगे बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि भंडारा जिले के लाखांदुर तहसील मुख्यालय से गड़चिरोली जिले की वड़सा तहसील की सीमा लगभग 18 किमी दूर है तथा लाखांदुर तहसील का पिपलगांव (को) मेंे घने जंगल से घिरा है। ऐसे में इस झुंड का परििसर में आगमन होने की आशंका है। ऐसे में कुछ दिनों पूर्व भंडारा जिले के लाखांदुर तहसील के समीप हाथियों का झुंड देखे जाने से क्षेत्र के किसानों में दहशत का माहौल है। इससे पहले हाथी गोंदिया जिले के चिचगढ, अर्जुनी (मोर.) क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। हाथियों का झुंड यदि भंडारा जिले में प्रवेश करता है तो लाखांदुर तहसील के किसानों और नागरिकों को अनचाहे खतरे का सामना करना पड़ सकता है। वन्यजीव मानद सदस्य नदिम खान ने बताया कि नागझिरा यह शब्द हाथी व पानी ऐसे कर बना है। लगभग 100 वर्ष पहले क्षेत्र में हाथियों का अधिवास था। घने जंगल और पानी के चलते यहा हाथी रहते थे। इस लिए यह हाथी गडचिरोली होते हुए जिले में प्रवेश कर सकते है। सोनी, चप्राड, पिपलगांव (को) इन स्थानों से हाथी के झुंड जिले में दाखिल हो सकते है।
पूर्व तैयारी करे वन विभाग
नदीम खान, मानद वन्यजीव सदस्य के मुताबिक हाथियों का झुंड लगातार आगे बढ़ता जा रहा हंै। अब वन विभाग को सतर्क रहकर कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की जरूरत है। वर्तमान में जिले के वन विभाग कर्मचारी हाथियों से निपटने के लिए तैयार नहीं हंै। हाथियों को संभालने के लिए अलग तरीके से प्रशिक्षण दिया जाता है। वन विभाग ने राष्ट्रीय स्तर से मदद लेकर पूर्व तैयारी करनी चाहिए।
पहले पहुंचेगा गोंदिया
एस. बी. भलावी, वन उपसंरक्षक, भंडारा के मुताबिक ओड़िसा से निकला हाथियों का झुंड जिले में दाखिल हुआ तो खेतों और घरों या उसके मार्ग में आने वाली अन्य सामग्री को नुकसान पहुंचा सकता है। अभी तक सामने आयी घटनाओं से पता चलता है कि हाथियों का झुंड शांत स्वभाव का नहीं है। झुंड वड़सा तहसील में हैं। लेकिन भंडारा जिले में दाखिल होने से पहले यह गोंदिया विभाग के चिचगढ़, अर्जुनी (मोर.) में प्रवेश करेगा। बाद में लाखांदुर होते हुए जिले में दाखिल होगा। अभी तक गड़चिरोली से पूर्व तैयारी को लेकर किसी तरह का अलर्ट नहीं आया है। ऐसी स्थिति बनेगी तो हम इससे निपटेंगे।
वीकली रिपोर्ट: मई के दूसरे सप्ताह में तेजी से गिरा भारतीय शेयर बाजार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय शेयर बाजार मई के लगातार दूसरे सप्ताह में तेज गति से गिरे। प्रतीत होता है कि आने वाले दिनों में तेजड़िये अपनी पकड़ और खो सकते हैं। पिछले पूरे सप्ताह के दौरान भारतीय एवं वैश्विक कारकों के प्रभाव से सूचकांक में तीव्र विचलन रहा। तेल के ऊंचे मूल्य, रूस यूक्रेन युद्ध में अनिश्चितता, बढ़ती मुद्रास्फिति, यूएस फेड के द्वारा आक्रमक मुद्रा संकुचन नीति की संभावना, इन सभी के प्रभाव ने सेंटीमेंट को कमजोर कर दिया।
निर्विवाद रूप से, सर्वाधिक नकारात्मक सेंटीमेंट पूरे विश्व में मुद्रास्फिति में लगातार वृद्धि ही है। इस सप्ताह सेंसेक्स 2041.96 अर्थात 3.72 % लुढ़का।निफ्टी में 629.10 अर्थात 3.83% की गिरावट आयी। साथ ही,बैंक निफ्टी भी मंदड़ियों के प्रभुत्व के कारण मंदी की चपेट में आ गया।
किसी भी क्षेत्र विशेष ने तेजी के साथ समाप्ति नहीं दी। पूरे सप्ताह में निफ्टी एनर्जी 10.56% की गिरावट के साथ सबसे प्रमुख हानि का सूचकांक बना रहा, इसके पश्चात निफ्टी पीएसई, निफ्टी रियलिटी 5 से 6 प्रतिशत गिरे। निफ्टी के शेयरों में बजाज ऑटो में 4.07 % की तेजी रही, टाटा स्टील 14.54 % गिरा। इंडिया विक्स 23.48 पर बंद हुआ, जो तीव्र उतार चढ़ाव में किसी प्रकार की राहत न मिलने का संकेत है।
जब कभी मार्केट अपनी ऊँचाई से 20% गिर जाता है तो तकनीकी आधार पर यह मंदी के बाजार का संकेत माना जाता है। अभी भारतीय बाजार 15% गिरावट के आसपास है। तकनीकी रूप से, साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी में एक लांग बियरिश कैंडल बनाया है जो सकरात्मक से नकारात्मक ट्रेंड के परिवर्तन की पुष्टि करता है। पूरे सप्ताह में निफ्टी 16300 पर रेसिस्टेन्स का सामना करते रहा।आरएसआई अभी भी ओवेरसोल्ड क्षेत्र में बना हुआ है।
एमएसीडी भी संकेत दे रहा है कि अभी तुरंत में रिवर्सल की कोई संभावना नही है। दैनिक चार्ट में लोअर लो, लोअर हाई फार्मेशन किसी बड़ी तेजी की वापसी की संभावना को नकार रहे हैं। मासिक ओपन इंटरेस्ट डेटा में कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 एवं उसके बाद 16500 की स्ट्राइक पर है।पुट में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 15500 तथा उसके बाद 15000 पर है।
कुलमिला कर, निफ्टी का सपोर्ट 15500 है।ऊपर की चाल आने पर 16100 फिर 16300 का स्तर तात्कालिक अवरोध के रूप में कार्य कर सकते हैं।साप्ताहिक चार्ट में बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32200 तथा रेसिस्टेन्स 34300 है।
सुमीत बगड़िया
एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
टू-व्हीलर लोन: टू-व्हीलर खरीदने के लिए लेना है लोन, तो जानिए बाइक लोन लेने के फायदें
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। बाइक लोन न केवल आपको अपनी पसंदीदा बाइक खरीदने में मदद करता है, बल्कि कई अन्य तरीकों से भी आपको लाभ पहुंचाता है। हालांकि हम में से बहुत से लोग सोचते हैं कि लोन लेकर बाइक खरीदना फायदे का सौदा नही होता है, बल्कि बाइक की कुल राशि का एक ही बार में भुगतान करना एक उत्तम विकल्प है, फिर चाहे उसके लिए सालों इंतजार ही क्यों न करना पढ़ें। अगर आप भी कुछ ऐसे ही विचार रखते हैं, तो आइये आज इसी बात पर चर्चा करते हैं कि टू व्हीलर फाइनेंस करवाना एक सही फैसला क्यों हैं।
मान लीजिए कि आपको कोई बाइक पसंद आती है, जिस पर बैठकर आप शहर भर की सवारी करना चाहते हैं, घटों ड्राइव कर मानसून के मज़े उठाना चाहते हैं और देर रात अपने दोस्त या पार्टनर के साथ लोंग राइड का मजा लेना चाहते हैं। यह सभी ख्वाहिशें स्कूल से लेकर नौकरीपेशा तक हर नौजवान शख्स की होती है। मगर अक्सर वित्तीय बाधाओं के कारण हम बाइक खरीदने की अपनी योजना को टाल देते हैं। मगर बाइक लोन एक ऐसा विकल्प है, जो आपकी इन सभी ख्वाहिशों को पूरा करने वाली बाइक को खरीदने में आपकी सहायता करता है। आइये जानते हैं कि टू व्हीलर फाइनेंस करवाने से आपको क्या क्या लाभ मिलेगें।
1. कर अदायगी में लाभ
आप नौकरीपेशा व्यक्ति हो या स्व-व्यवसायी, दोनों ही सूरतों में आपको विभिन्न लाभ मिलेगें।
एक नौकरीपेशा व्यक्ति के रूप में, जब आप अपना आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं, तो आप कर कटौती के तहत दिए गए धन पर ब्याज की छूट ले सकते हैं। यह छूट केवल तभी संभव होती है, जब आपका बाइक लोन चल रहा हो।
यदि आप व्यवसायी हैं, तो आप अपनी कंपनी के नाम से वाहन खरीद सकते हैं। इससे आपको लोन ईएमआई के अलावा कई अन्य खर्चों पर बचत और छूट मिलती है, जैसे कि बीमा लागत, ईंधन लागत और मेंटेनेंस लागत इत्यादि।
2. यह सुरक्षित और किफायती है
टू व्हीलर फाइनेंस कंपनियाँ भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के अधीन कार्य करती हैं, जो उन्हें उधारकर्ताओं के लिए सुरक्षित और पारदर्शी बनाती हैं। फाइनेंस कंपनियाँ आपको लोन स्वीकृत से पहले सभी शुल्क, ईएमआई भुगतान इत्यादि स्पष्ट रूप से समझाते हैं। आप 12 से 36 महीने तक का फ्लेक्सिबल पेमेंट प्लान भी चुन सकते हैं और अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको किफायती ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
3. बिना किसी समझौते के अपने सपनों को करें साकार
आप जिस बाइक या स्कूटर को खरीदना चाहते हैं, वह आपके मौजूदा बजट से काफी बाहर हो सकता है और प्रतीक्षा एक ऐसी चीज है जिससे हम सभी नफरत करते हैं। ऐसे में टू व्हीलर फाइनेंस कंपनी आपकी ज़रूरत की दोस्त है, जो आपको अपनी सुविधानुसार भुगतान योजना चुनने का विकल्प देती है।
4. अपनी बचत को आपात स्थिति के लिए रखें
आपात स्थिति कभी भी आपके दरवाज़े पर दस्तक दे सकती है और जब वे आती हैं तो आपको तुरंत प्रभाव से नकदी की आवश्यकता होती है। ऐसे में अगर आपके बैंक खाते में पर्याप्त पैसा नही है तो स्थिति काफी बिगड़ सकती है। इसलिए उस पैसे को संभाल कर रखें और बाइक लोन का विकल्प चुनें। क्योंकि जब आप लोन पर बाइक खरीदते हैं, तो आप न केवल अपनी बचत खाते की राशि को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आप यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि आप आपातकालीन स्थिति में किसी से मदद न मांगनी पड़े।
5. जब बेहतर रिटर्न अर्जित करने के लिए पैसा निवेश कर सकते हैं तो खाता खाली क्यों करें
मान लिजिए आप एक बाइक खरीदते हैं, जिसका कुल खर्च 1.5 लाख है। अब, यदि आप पूरी राशि का भुगतान करते हैं, तो आपके खाते से तुरंत 1.5 लाख कम हो जाते हैं। आपको बचत खाते का ब्याज भी नहीं मिलेगा। इसके बजाय, यदि आप 30 हजार डाउन पेमेंट करते हैं और एक वर्ष के लिए 11 से 12% की ब्याज दर पर 1.2 लाख का लोन लेते हैं, तो आपको EMI के माध्यम से एक वर्ष के अंत में लगभग 1.28 लाख का भुगतान करना होगा।
इसका मतलब है कि आपके पास लगभग 1.2 लाख है और निवेश करने के लिए उपलब्ध है। बाजार में ऐसी बहुत सी कंपनियां हैं, जो सालाना आधार पर 15% से अधिक रिटर्न दे सकती हैं और यदि आप सही जगह निवेश करते हैं, तो आप 15% से अधिक की वसूली कर सकते हैं।
6. आपकी क्रेडिट प्रोफाइल बनाने में आपकी मदद करता है
जब आप लोन लेते हैं तो आपका ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड बन जाता है। यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करेगा। अगर आप अपने बाइक लोन की ईएमआई समय पर चुकाते हैं, तो आप अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में सक्षम होंगे। बाइक लोन एक छोटा सा लोन है जिसे चुकाना आसान है। इसके साथ अपनी प्रोफाइल बनाने से आपको भविष्य में बिजनेस और होम लोन के लिए अप्लाई करने में मदद मिलेगी।
लोन के लिए आवेदन करने से पहले, आप बाइक लोन ईएमआई कैलकुलेटर में अपनी ईएमआई राशि की जांच कर सकते हैं। इससे आपको पहले से अपने वित्त की योजना बनाने में मदद मिलेगी। यह आपको सही लोन चुनने में भी मदद करेगा। आशा करते हैं कि इस लेख में आपको टू व्हीलर फाइनेंस कंपनी और बाइक लोन के संबंध में पर्याप्त जानकारी मिल गई होगी।
कृषि उत्पाद: ग्रॅविट एकमात्र भारतीय कंपनी है जो सुरक्षात्मक कृषि में उपयोग किए जाने वाले उत्पाद बनाती है
1. ग्रोईट क्या है, ये किस तरह से कृषि के एरिया मैं काम करता हैं?
ग्रॅविट एकमात्र भारतीय कंपनी है जो सुरक्षात्मक कृषि में उपयोग किए जाने वाले उत्पाद बनाती है | ग्रॅविट द्वारा बनाये गए उत्पाद देश में टिकाऊ, कुशल और लागत प्रभावी कृषि पद्धतियों को सुनिश्चित करता है, जिससे आपके पास अधिकतम उपज, उच्चतम गुणवत्ता और अच्छी आमदनी हो। सुरक्षात्मक कृषि के क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले ग्रॅविट उत्पाद - मल्च फिल्म , क्रॉप कवर , शेड नेट,... इत्यादि है | ग्रॅविट द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों में वर्ष 2017 से सुरक्षात्मककृषि क्षेत्र के विकास के लिए अपना सम्पूर्ण योगदान दिया जा रहा है
2. किस प्रकार से प्रोटेक्टिव फार्मिंग किया जाता हैं।
ग्रॅविट सुरक्षात्मक कृषि उत्पाद द्वारा एक नियंत्रित वातावरण में फसलों की खेती की जाती है। मल्चिंग का उपयोग मिट्टी को ढकने के लिए किए जाते है जिससे मिट्टी की नमी बानी रहती है बीज की जल्दी अंकुरण तथा उपज बढ़ाने में एहम भूमिका होती है इसके लिए पहले खेत में मेड़ बनाना है जिसकी उचाई 4-6 इंच, चौड़ाई 3- 3.5 फ़ीट तक रख सकते है इसके साथ ही इसपे ड्रिप अथवा टपक सिचाई मेड़ो के बिच लगाया जाता है इसके बाद ग्रॅविट की पराबैंगनी अवरोधक प्लास्टिक मल्च फिल्म का प्रयोग करें | क्रॉप कवर लो-टनल - इसको लगाने के लिए पहले फाइबर स्टिक का प्रयोग मेड़ के ऊपर हर १२-१५ फ़ीट की दूरी पर लगाना चाहिए और अग्रि थ्रेड का प्रयोग करके फाइबर स्टिक को बांध ले जिससे एक टनल बन जाये और इसके ऊपर क्रॉप कवर को बिछा कर हर फाइबर स्टिक के ऊपर क्लिप लगाना चाहिए ऐसा करने से पौधों को बाहरी वातावरण के अनुकूल रखने में सहायता करता है
3. ये खेती मैं पैदावार मैं कैसे लाभदायक होता हैं।
कृषि क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों जैसे की मौसम के बदलते प्रभाव , पानी की बचत , कीड़े - कीटो द्वारा फसल की सुरक्षा के लिए ग्रॅविट सुरक्षात्मक कृषि उत्पाद प्रभावी है | सुरक्षात्मक कृषि के लिए हमे खेतो में तथा खेती करने के तरीको में बदलाव लाना होगा | बढ़ती आबादी और उनकी स्वस्थ को ध्यान में रखते हुए ग्रॅविट उत्पाद 30 से 40 प्रतिशत उपज वृद्धि में सहायक है |
4. इस तरह की फार्मिंग मै कितने किसान जुड़े हे।
ग्रॅविट के सर्विसेज से लगभग 15,000 किसान जुड़े हुए है ग्रॅविट किसानो को अग्रोनॉमिस्ट सहायता, ऍप से जानकारी टेली कॉलर सर्विस , फ्रैंचाइज़ी सर्विसेज ,फील्ड टीम इत्यादि द्वारा नियंतर आगे बढ़ने में मदद करती है
5. यह किन किन फसलों के लिए लाभदायक हैं।
ग्रॅविट सुरक्षात्मक उत्पाद का उपयोग हॉर्टिकल्चर यानि फल ,फूल ,और सब्जियों के उपज में लाभदायक है | किसानो द्वारा लगाए जाने वाले सब्जिया जैसे की प्याज़ , मिर्ची , कैप्सिकम , फूलगोभी , भिंडी , खीरा , टमाटर इत्यादि में मल्च और क्रॉप कवर का उपयोग बहुत लाभकारी है| अन्य किसान जो फलो की खेती जैसे स्ट्रॉबेरी , अनार , केला , आम , पपीता, अंगूर , अमरूद , इत्यादि में फ्रूट कवर , प्लांट कवर , बंच कवर , क्रॉप कवर का उपयोग फलो का रंग तथा कीटो से सुरक्षा में सहायक है
6. ग्रोइट कैसे किसनों के लिए कीटनाशकों और मौसम से सुरक्षा प्रदान करता हैं।
ग्रॅविट द्वारा बनाया गया * मल्च फिल्म - तापमान नियंत्रण, खरपतवार से बचाव, फलों और सब्जियों को जमीन के सीधे संपर्क, मिट्टी के कटाव , पौधों की जड़ों का विकास इत्यादि में सहायक है * क्रॉप कवर - एक नियंत्रित और अच्छा वातावरण जिससे फसल का उत्पादन करने हेतु सहायक, ठण्ड से, ताप से, और बे मौसम बारिश से होने वाले नुक्शान से बचाता है , पौधो का कीटकों के संपर्क रोकता है , जल्दी फूल लगना और अधिक उपज में सहायक , वृद्धि और विकास के लिए उपयुक्त माइक्रॉक्लाइमेट बनाता है
अन्य सुरक्षात्मक उत्पादकों की जानकारी के लिए आप हमारा ग्रॅविट ऍप डाउनलोड कर सकते है | वीडियो द्वारा जानकारी यूट्यूब से प्राप्त हो सकती है
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अतिरिक्त खुराक/विटामिन्स/मिनरल/फल आदि परोसे जावेंगे: कान्हा टायगर रिजर्व में चल रहा हाथी रिजुविनेशन केम्प