संविधान दिन पर रापनि कर्मियों का मौनव्रत आंदोलन

Silent movement of rapani workers on constitution day
संविधान दिन पर रापनि कर्मियों का मौनव्रत आंदोलन
अकोला संविधान दिन पर रापनि कर्मियों का मौनव्रत आंदोलन

डिजिटल डेस्क, अकोला। एसटी बस का शासन में विलीनीकरण के लिए गत 24 दिनों से जारी रापनि कर्मचारियों ने 26 नवम्बर को संविधान दिवस पर मौनव्रत रख हड़ताल जारी रखी। आंदोलन में बैठे रापनि कर्मचारियों ने बताया कि अनेक जगहों पर कर्मचारियों के काम पर वापस लौटने की जानकारी शासन की ओर से फैलाई जा रही है ताकि हमारा आंदोलन समाप्त हो जाए लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि विलीनीकरण की मांग से कोई भी एसटी कर्मचारी पिछे नहीं हटेगा। जब तक रापनि का शासन में विलीनीकरण नहीं होता तब तक हम डटकर आंदोलन जारी रखेगे। विलीनीकरण की मांग को लेकर चक्का जाम किए बैठे राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों ने अपनी मांगों का पुनरुच्चार करते हुए शुक्रवार को आंदोलन पंडाल में आंदोलन जारी रख कर सरकार के प्रति अपना रोष जारी रखा है। इस आंदोलन में एसटी के पुरुष व महिला कर्मचारी शामिल हुए है। बस डिपो क्रमांक एक के अहाते में पंडाल डाल कर ठीय्या डालकर बैठे एसटी के कर्मचारियों ने पिछले 24  दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में काम बंद आंदोलन छेड़ा हुआ है। राज्य परिवहन निगम के वाहक, चालक तथा अन्य सभी कर्मचारियों को राज्य शासन की सेवा में शामिल किया जाए एसटी का शासकीय रूप से विलीनीकरण किया जाए यह प्रमुख मांग कर्मचारियों की हैं। लेकिन सरकार इस आंदोलन को निपटाने के लिए अलग अलग तरीके अख्तियार कर रही हैं। जिससे परिवहन निगम के कर्मचारी काफी आहत हुए हैं। इसे देखते हुए आगार क्रमांक 1 में शुक्रवार को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में मौन व्रत आंदोलन रखा गया। इसी के साथ 26/11 हमले में शहीद हुए पुलिस कर्मचारी व अन्य नागरिकों को श्रध्दांजलि दी गई।

Created On :   28 Nov 2021 5:01 PM IST

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