वन्यजीवों को भी जीने का अधिकार- शिरभाते

Wildlife also has the right to live - Shirbhate
वन्यजीवों को भी जीने का अधिकार- शिरभाते
मूर्तिजापुर  वन्यजीवों को भी जीने का अधिकार- शिरभाते

डिजिटल  डेस्क, मूर्तिजापुर. सामाजिक वनीकरन परिक्षेत्र मूर्तिजापुर की ओर से वनरक्षक भास्कर शिरभाते ने वनपरिक्षेत्र अधिकारी संगीता कोकने के आदेश पर, स्वामी विवेकानंद हाईस्कूल मंगरूल कांबे में वन्यजीव सप्ताह 1 से 7 अक्टूबर के दौरान कार्यक्रम वनअधिकारी और सहाय्यक वनसंरक्षक अकोला के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के अध्यक्ष मुख्याध्यापक जी.डी.बोंडे, प्रमुख उपस्थिति आर.डी.धनोकार की रही। कार्यक्रम के अवसर पर वन्यजीव संरक्षण पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए वनरक्षक भास्कर शिरभाते ने वन्यजीव सप्ताह का उद्देश जरूरत और महत्व बताते हुए कहा कि इस धरती पर सबको एक समान जिने का अधिकार है। जैसे चीता, तेंदुआ, शेर, बाघ, हाथी, हिरण, नीलगाय, सूअर, तीतर, बटेर, कौआ, नाग, अजगर, कोबरा, कबूतर, चिड़िया और किडे- मकोड़े आदि का भी एक संसार है। उन्हें चैन से जीने दो, इनकी हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है। कहीं शिकार होती दिखाई दे तो, वन विभाग को जानकारी दे, गर्मी के मौसम में पानी बाहर रखे, सर्प को मारे नहीं, यह किसान का मित्र है। धरती को हराभरा बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। एक पेड कितना ऑक्सीजन देता है यह कोरोना में सबने महसुस किया की बात कही। इस कार्यक्रम में वी.के. मनोहर, वी. एम. सिरसाट, डी.डी.मालावे, जी.डी. बाभुलकर, पी.डी. ढाकरे, अविनाश देशमुख, अनिल हरसुले, संतोष कवारे, स्वामी विवेकानंद हाइस्कूल के सभी बच्चों ने भाग लिया। सामाजिक वन विभाग की ओर से वनपाल सकर्डे, वनरक्षक भास्कर शिरभाते, डी.पूरी, संजय कुलकर्णी, प्रफुल्ल आखरे, प्रदीप गेटे, नामदेव खांडेकर अपनी उपस्थिति रही। अधिकारी एवं सभी कर्मचारी और बच्चों ने कसम ली कि हर घर एक पेड योजना निभाएंगे। वनपरिक्षेत्र अधिकारी संगीता कोकने और बोंडे के आदेश पर राष्ट्रगान और भारत माता की जय के साथ कार्यक्रम सम्पन्न किया गया संचालन डी.यू. कोरडे और आभार डी.के. ने व्यक्त किया। 

 

Created On :   11 Oct 2022 1:53 PM GMT

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