कार्रवाई: अवैध गर्भ लिंग निदान के मामले में सिंधुदुर्ग के डॉक्टर को किया गिरफ्तार

अवैध गर्भ लिंग निदान के मामले में सिंधुदुर्ग के डॉक्टर को किया गिरफ्तार
  • पिछले माह हुआ खा अवैध लिंग निदान और गर्भपात के रैकेट का भंडाफोड़
  • गिरफ्तार डाक्टर है रैकेट का सातवां आरोपी
  • प्रति मरीज लेते थे 10 से 20 हजार रुपए

डिजिटल डेस्क, पुणे। अवैध गर्भ लिंग निदान के मामले में कोल्हापुर की करवीर पुलिस ने वैभववाड़ी (जिला सिंधुदुर्ग) के एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया, जो कमीशन लेकर क्रांति सिंह नाना पाटिल नगर के सुलोचना पार्क के एक घर में स्थापित एक अवैध भ्रूण निदान और गर्भपात केंद्र में मरीजों को भेज रहा था। गिरफ्तार डॉक्टर की पहचान युवराज विलास निकम (उम्र 34 वर्ष, वर्तमान में वैभववाड़ी, सिंधुदुर्ग, मूल निवासी म्हालस्वाडे, करवीर, कोल्हापुर) के रूप में हुई है। वह इस अपराध में गिरफ्तार किया गया सातवां संदिग्ध है। अदालत में पेश करने पर उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

गौरतलब हो कि 16 जनवरी को सोशल मीडिया पर पुरुष प्रजनन दवाओं का विज्ञापन कर अवैध लिंग निदान और गर्भपात के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। स्वास्थ्य विभाग और करवीर पुलिस के संयुक्त अभियान में इस गंभीर घटना के सामने आने के बाद करवीर पुलिस इस रैकेट की तह तक जा रही है। इस मामले फर्जी डॉक्टर स्वप्निल केरबा पाटिल (निवासी बालिंगा, करवीर, कोल्हापुर) सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें सातवें संदिग्ध डॉ. युवराज निकम को पुलिस ने मंगलवार (13 फरवरी) रात वैभववाड़ी स्थित उसके अस्पताल से गिरफ्तार किया।

इस कार्रवाई के बारे में करवीर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी डॉक्टर युवराज निकम ने कोंकण से कुछ मरीजों को गर्भावस्था परीक्षण के लिए कोल्हापुर के क्रांतिसिंह नाना पाटिल नगर सुलोचना पार्क स्थित भेजा अवैध भ्रूण निदान और गर्भपात केंद्र में भेजा था। पुलिस का अनुमान है कि इस गोरखधंधे में एक एजेंट के रूप में काम करने के दौरान उसे प्रति मरीज 10,000 से 20,000 रुपये मिलते होंगे। इस मामले में गर्भपात की दवाएं सप्लाई करने वाली महिला मेडिकल चालक पुलिस की रडार पर है। पुलिस ने दावा किया है कि उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि लड़कों के मुकाबले लड़कियों का अनुपात कम होने व कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सरकार ने कड़े नियम लागू किए हैं लेकिन फिर भी इस तरह के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं।


Created On :   14 Feb 2024 2:21 PM GMT

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