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B'Day: 160 KM प्रति घंटा की स्पीड से गेंदबाजी करने वाला ये खिलाड़ी महज 3 टेस्ट ही खेल सका

हाईलाइट
- 2007 के वर्ल्ड कप में आस्ट्रेलिया के स्ट्राइक गेंदबाजों में शॉन टैट शामिल थे
- शॉन टैट ने तीन टेस्ट मैच में 5 विकेट, 35 वन-डे मैच में 62 विकेट और 21 टी-20 मैच में 28 विकेट लिए थे।
- लार्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ 161.1 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी थी
डिजिटल डेस्क (भोपाल)। 22 फरवरी 1983 को बेडफोर्ड पार्क एडिलेड दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में जन्मे क्रिकेटर शॉन टेट का आज 38वां बर्थ-डे है। इनका पूरा नाम शॉन विलियम टैट है। शॉन ने 2005 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और महज 3 साल बाद ही 2008 में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। पहले टेस्ट में शॉन ने 3 विकेट लिए थे और वह 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले गेंदबाज थे। लेकिन यही रफ्तार उनके लिए घातक बन गई और वह चोटिल हो गए। उन्होंने छह साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में केवल तीन टेस्ट में ही कामयाबी हासिल की, और पांच दिवसीय प्रारूप से बाहर निकलते ही सीमित ओवरों के मैच तक खुद को समेट लिया।
2007 के वर्ल्ड कप में आस्ट्रेलिया के स्ट्राइक गेंदबाजों में शॉन टैट शामिल थे और उन्होंने पूरे वर्ल्ड कप में शानदार गेंदबाजी करते हुए 23 विकेट लिए थे। 2010 के विश्व टी 20 मुकाबले में नौ विकेट लिए थे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खेल का दबाव और लगातार चोटिल होने की वजह से उनका कैरियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। उन्होंने शारीरिक थकावट और भावनात्मक रूप से 2008 में ब्रेक लिया । टैट कुछ साल बाद में लौटे और टी 20 और वनडे के लिए खेलना जारी रखा। लेकिन 2011 विश्व कप में अपना अंतिम एकदिवसीय मैच खेला और 2017 में इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया।
शॉन टैट ने तीन टेस्ट मैच में 5 विकेट, 35 वन-डे मैच में 62 विकेट और 21 टी-20 मैच में 28 विकेट लिए थे। टेस्ट में उनका बेस्ट, 97/3, वन-डे में 39/4 और टी-20 में 13/3 था। शॉन टैट को क्रिकेट इतिहास के दूसरे सबसे तेज गेंदबाज के रूप में भी याद किया जाता है, उन्होंने लार्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ 161.1 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंद फेंक यह रिकॉर्ड बनाया था।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।