छानबीन: झारखंड के गुमला में पादरी की मौत का रहस्य गहराया, कुएं में मिला था शव

झारखंड के गुमला में पादरी की मौत का रहस्य गहराया, कुएं में मिला था शव
पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है

डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत चैनपुर में सीनियर पादरी फादर रजत एक्का की मौत का रहस्य गहरा गया है। उनका शव शुक्रवार को चैनपुर प्रखंड स्थित एक बागान में कुएं से बरामद किया गया था। पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। हत्या, आत्महत्या या हादसा- तीनों बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है। उन्हें एक साल पहले हत्या की धमकी मिली थी और इसे लेकर गुमला जिले के डुमरी थाने में लिखित शिकायत की गई थी। फादर रजत एक्का 61 साल के थे और तीस सालों से चर्च में पदरी के के रूप में सेवा दे रहे थे।

वह चैनपुर प्रखंड में स्थित 11 चर्चों के डीन (प्रमुख) के तौर पर पदस्थापित थे। उनकी मौत से ईसाई धर्मावलंबी आहत हैं। शुक्रवार को उनका शव कुएं से पाए जाने की खबर जैसे ही फैली, बड़ी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी जुट गए। बताया गया कि गुरुवार रात फादर रजत ने अपने सहयोगी फादर पवन लकड़ा के साथ रात साढ़े आठ बजे खाना खाया।

इसके बाद दोनों अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। फादर पवन लकड़ा के मुताबिक प्रतिदिन सुबह साढ़े पांच फादर रजत चर्च में मिस्सा (पूजा) की घंटी बजाते थे, लेकिन शुक्रवार को घंटी नहीं बजी, तो उन्हें लगा कि फादर रजत कहीं गए होंगे। तब उन्होंने चर्च की मिस्सा घंटा बजाई। इसके बाद सुबह आठ बजे तक नाश्ते के लिए वह नहीं पहुंचे तो उनकी खोजबीन की गई, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला।

सुबह करीब नौ बजे चर्च के बागान में काम करने गए महिला विमला तिर्की ने फादर रजत का चप्पल एवं टॉर्च कुएं के पास देखा। सूचना पाकर जब लोग कुएं के पास पहुंचे, तो फादर रजत की टोपी कुएं में दिखी। थोड़ी देर बाद उनका शव कुएं में पानी के ऊपर आ गया दिखने लगा। इसके बाद सूचना पाकर पुलिस ने कुएं से उनका शव निकलवाया। पुलिस ने उनके कमरे को सील कर दिया है। उनके मोबाइल व डायरी को भी जब्त कर लिया गया है।

सवाल यह उठ रहा है कि फादर रजत जब रात में खाना खाने के बाद अपने कमरे में चले गए थे, तो वह बगान में स्थित कुएं तक कब और कैसे पहुंचे? उन्होंने खुद कुएं में कूदकर जान दी या फिर उनकी हत्या कर शव कुएं में फेंक दिया गया, इस पर रहस्य बना हुआ है।

बताया जा रहा है कि जुलाई, 2022 में अल्पसंख्यक विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति को लेकर हुटार गांव के ग्रामीणों के साथ फादर रजत एक्का का काफी विवाद हुआ था। मामला इतना बढ़ गया कि कुछ लोगों ने फादर को जान से मारने की धमकी दे डाली थी। इसके बाद उनके भाई ने डुमरी थाने में मामला दर्ज कराया था।

--आईएएनएस

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Created On :   28 Oct 2023 12:03 PM GMT

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