Bhadrapada Amavasya Upay: भाद्रपद अमावस्या पर करें ये आसान उपाय, जीवन की परेशानियां होंगी कम

भाद्रपद अमावस्या पर करें ये आसान उपाय, जीवन की परेशानियां होंगी कम
  • इस दिन कुशा को उखाड़कर उसका संग्रहण किया जाता है
  • इस दिन को पिठोरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है
  • इस बार अमावस्या 22 और 23 अगस्त दो दिन मानी गई है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का काफी महत्व बताया गया है। दिन के अनुसार, इस तिथि का महत्व भी बदल जाता है। फिलहाल, भाद्रपद मास चल रहा है और इस अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है। इस अमावस्या के दिन कुशा को उखाड़कर उसका संग्रहण किया जाता है इसलिए इसे कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है। इसे पिठोरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन, इस साल अमावस्या को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। कई लोगों ने 22 अगस्त को अमावस्या की पूजा की, तो वहीं कई लोग 23 अगस्त को पूजा कर रहे हैं।

दरअसल, दो दिवसीय अमावस्या होने के चलते शनिवार को स्नानदान अमावस्या के रूप में माना गया है। इस दिन शनिवार का दिन है ऐसे में इसे साल की आखिरी अमावस्या के रूप में भी देखा जा रहा है। ज्योतिषियों ने इस खास दिन के लिए कई उपाय भी बताए गए हैं। जिन्हें आजमाने से आपके जीवन में चलने वाली कई सारे समस्याएं खत्म हो सकती हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...

पीपल के पेड़ की पूजा करें

अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना चाहिए। अमावस्या की शाम आप पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल की दीपक जलाएं और साथ ही 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद, पीपल के पेड़ की सात परिक्रमा करें। मान्यता है कि, पीपल में त्रिदेवों का वास होता है ऐसे में इस उपाय से आपको देवों की कृपा प्राप्त होती है।

धन संबंधी समस्या का उपाय

शास्त्रों के अनुसार, सुपारी सभी देवों को प्रिय है, इसलिए सभी प्रकार की पूजा में सुपारी का प्रयोग भी किया जाता है। अमावस्या के दिन आप सुपारी से जुड़ा एक प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए एक सुपारी को एक सिक्के के साथ कलावे में बांधें और फिर इसे पीपल के पेड़ के नीचे रख आएं। इसके बाद उसी पीपल के पेड़ का एक पत्ता तोड़कर घर लेकर आएं और इस पत्ते को गंगाजल से शुद्ध कर अपनी तिजोरी में मां लक्ष्मी की तस्वीर के सामने रखें। ऐसा करने से धन संबंधी परेशानी दूर हो सकती हैं।

अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपाय

यदि आपका या आपके परिवार में किसी सदस्य का स्वास्थ्य लगातार खराब रहता है तो अमावस्या के दिन स्नान आदि के बाद अस्वस्थ व्यक्ति के पहने हुए कपड़े से एक धागा निकालकर उस धागे को रूई के साथ मिलाकर उसकी बत्ती बनाएं। इसके बाद एक मिट्टी के दिए में सरसों का तेल डालकर उस बाती को लगाएं। इस दीपक को आप हनुमान जी के मंदिर के बाहर जलाएं। इस उपाय को करने से आपको लाभ मिलेगा।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   22 Aug 2025 11:41 PM IST

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