Holi Bhai Dooj 2024: कब मनाया जाएगा भाई दूज का पर्व? 26 या 27 मार्च, नोट कर लें सही डेट

कब मनाया जाएगा भाई दूज का पर्व? 26 या 27 मार्च, नोट कर लें सही डेट
  • इसे भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है
  • इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाती हैं
  • इस वर्ष भाई दूज का पर्व 27 मार्च को मनाया जाएगा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू पंचांग के अनुसार, होली के बाद चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है। इसे भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाईदोज के साथ ही इस दिन चित्रगुप्त की भी पूजा की जाती है। इस दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाती हैं उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। वहीं यदि बहन की शादी हो जाती तो भाई, अपनी बहनों के घर जाकर भोजन ग्रहण करते हैं और तिलक लगवाते हैं। मान्यता है कि, ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है।

इस वर्ष भाई दूज के पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कई लोग 26 मार्च तो कई जगह 27 मार्च को भाई दूज का पर्व मनाए जाने की बात सामने आ रही हैं। लेकिन, ज्योतिषाचार्य की मानें तो यह पर्व 27 मार्च, बुधवार को मानाना शुभ रहेगा। कब से कब है तिथि और कैसे मनाएं भाई दूज का पर्व, आइए जानते हैं...

तिथि कब से कब तक

तिथि आरंभ: 26 मार्च 2024, मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 55 मिनट से

तिथि समापन: 27 मार्च 2024, बुधवार शाम 05 बजकर 06 मिनट तक

भाई दूज कब: उदयातिथि होने के कारण यह पर्व 27 मार्च को मनाया जाएगा।

तिलक करने का शुभ मुहूर्त

पहला मुहूर्त: सुबह 10 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट

दूसरा मुहूर्त: दोपहर 03 बजकर 31 मिनट से शाम 05 बजकर 04 मिनट तक

कैसे करें तिलक

- इस दिन सुबह ब्रम्हा मुहूर्त में उठें और स्नानादि से निवृत्त हों।

- इसके बाद साफ कपड़े पहनें और सूर्य निकलने पर जल चढ़ाएं।

- अब पूजा के स्थान को साफ करें और पूजा की तैयारी करें।

- भाई घर पर है तो उसके लिए खाना बनाएं और यदि भाई घर से बाहर है तो उसे भोजन के लिए आमंत्रित करें।

- पूजा की थाली में रोली, अक्षत, दीपक, मिठाई, सुपारी या सूखा गोला आदि रखें।

- पूजा में सबसे पहले भगवान गणेश और विष्णु जी को तिलक करें।

- अब चावल का चौक पूरकर लकड़ी के पाट पर भाई को उत्तर-पश्चिम दिशा में मुख करके बैठाएं।

- अब कुमकुम का टीका कर उसपर चावल लगाएं और कलावा बांधें।

- अब भाई का मुंह मीठा कराएं।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   23 March 2024 9:59 AM GMT

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