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दैनिक भास्कर हिंदी: कादर खान के निधन की अफवाह सोशल मीडिया पर वायरल, बेटे ने किया खंडन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता कादर खान के निधन की अफवाह कई दिनों से सोशल मीडिया पर उड़ रही थी, लेकिन सोमवार को उनके बेटे सरफराज खान ने अफवाह को खंडन किया है। सरफराज ने कहा कि उनके पिता को कनाडा में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया में चल रही उनकी निधन की खबरें गलत हैं। गौरतलब है कि 81 वर्षीय अभिनेता की तबीयत पिछले कुछ दिनों से बेहद नाजुक बनी हुई है। वो फिलहाल हॉस्पिटल में भर्ती हैं और डॉक्टर उनकी हालत पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। कादर दिमाग की एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और उनके मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया है। इस बीमारी का नाम प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर है, जिसकी वजह से उनका दिमाग सही ढंक से काम नहीं कर पा रहा है। वो लंबे समय से कनाडा में ही हैं।
दरअसल उनके बेटे सरफराज और बहू शाइस्ता कनाडा जाकर बस गए और कादर खान भी बेटे सरफाज के साथ ही रहते हैं। कादर खान की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए नॉर्मल वेंटीलेटर उनके लिए सही नहीं था, इसलिए उन्हें बाइपैप वेंटिलेटर पर रखा गया है। वो ज्यादा बेहोश रहते हैं और कभी-कभी ही आंख खोल पाते हैं। कादर के बेटे ने 2017 में उनके घुटने की सर्जरी के बारे में भी बताया था। वो ज्यादा देर तक चलने में डरते थे, उन्हें लगता था कि वो गिर जाएंगे। सर्जरी के बाद से ही लगातार उनके स्वास्थ्य में गिरावट आती जा रही है।
कादर खान ने 43 साल के करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय और सवांद लेखन का काम किया है। उन्होंने लगभग 200 फिल्मों के डायलॉग्स लिखे हैं, अपनी बुलंद आवाज और गजब की कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर कादर खान ने कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। आखिरी बार वे साल 2015 में फिल्म 'दिमाग का दही' में नजर आये थे।
90 के दशक में गोविंदा और कादर खान की जोड़ी को हिट फॉर्मूला माना जाता था और इन दोनों ने 'दूल्हे राजा', 'कुली न 1', 'राजा बाबू' और 'आंखे' जैसी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा वो 'कुली' में अमिताभ के साथ, 'हिम्मतवाला' में जीतेंद्र के साथ महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके हैं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।