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दैनिक भास्कर हिंदी: लंबे समय बाद मल्लिका शेरावत की वापसी, द स्टोरी वेब सीरीज में आएंगी नजर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लंबे समय से बड़े पर्दे से दूरी बनाए रखने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत एक बार फिर से पर्दे पर एंट्री करने जा रही हैं। इस बार मल्लिका वेब सीरीज के साथ वापसी कर रही हैं। जिसके प्रमोशन में मल्लिका इस वक्त जुटी हुई हैं। 'द स्टोरी' नाम से बनी इस वेब सीरीज में उनके फैन्स को उनके जीवन से जुड़े कुछ पहलुओं को जानने का मौका मिलेगा। इस वेब सीरीज का टेलीकास्ट ZEE5 पर होगा। अपनी अपकमिंग वेब सीरीज के प्रमोशन के दौरान मल्लिका ने मीडिया से चर्चा की।
ZEE5 के साथ काम करके बहुत खुश हूं
मल्लिका ने इस दौरान अपनी अपकमिंग वेब सीरीज को लेकर कहा कि, 'मैंने हमेशा अपने करियर में पॉजिटिव थिंक्स पर फोकस किया है। मैं खुश हूं कि मुझे इस वेब सीरीज में ZEE5 के साथ काम करने का मौका मिला है। सेलेब्रिटीज के इस डार्क साइड को दिखाने का मौका मिला है।' मल्लिका ने कहा कि 'लोगों को ऐसा लगता है कि सेलेब्रिटीज की लाइफ ग्लैमरस होती है, उनकी लाइफ में कोई प्रॉब्लम्स नहीं होती, लेकिन ऐसा नहीं है सेलेब्रिटीज की लाइफ में भी अपनी कुछ प्रॉब्लम्स होती हैं। वो भी अपनी अलग तरह की समस्याओं से जूझते हैं। उन्हें हमेशा लोगों के द्वारा जज किया जाता है।'
वो मुझे साड़ी पहनाना चाहता था...
मल्लिका शेरावत ने इस दौरान अपनी जिंदगी का एक अहम वाकया भी साझा किया। उन्होंने बताया कि 'एक शख्स मुझे फोन करके और लेटर लिखकर बदसलूकी किया करता था। उसको इस बात से दिक्कत थी कि मैं छोटी स्कर्ट क्यों पहनती हूं। वो मुझसे कहता था कि आप छोटी स्कर्ट क्यों पहनती हैं। उसको बहुत प्रॉब्लम होती थी कि हरियाणा से आई ये लड़की क्यों छोटे कपड़े पहनती है। स्क्रीन पर क्यों ऐसा करती हैं। उस पर ये पागलपन सवार था कि वो मुझे साड़ी पहनाएगा। वो साड़ी पहनाकर और सिर पर पल्लू लाना चाहता था। जैसा हरियाणा की महिलाएं करती हैं। उसकी अपनी निजी राय हो सकती है लेकिन मैं क्या पहनूंगी या करूंगी यह तय करने वाला वो कौन होता है।'
'ख्वाहिश' फिल्म से किया था डेब्यू
मल्लिका शेरावत ने साल 2003 में रिलीज हुई फिल्म 'ख्वाहिश' से बड़ें पर्दे पर डेब्यू किया था। पहली ही फिल्म में किसिंग सीन करने की वजह से वो काफी सुर्खियों में भी आ गई थी। इसके बाद साल 2004 में उनकी 'मर्डर' फिल्म ने उन्हें लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचा दिया था। साल 2005 में मल्लिका ने जैकी चैन के साथ 'द मिथ' में भी काम किया था। साल 2007 में आई फिल्म 'गुरू' के 'मैया-मैया' गाने ने को काफी पॉपुलर कर दिया था। ये गाना आज की लोगों की जुबान पर रहता है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।