- सरकार के प्रस्ताव पर क्या होगा जवाब? किसान यूनियन आज दोपहर 12 बजे बैठक में लेंगे फैसला
- उज्जैन के MP ने PM मोदी को लिखा पत्र, की नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भारत रत्न देने की मांग
- पंजाब में आज से खुलेंगे सभी सरकारी और गैर सरकारी विश्वविद्यालय
- यूपीः दो दिन के दौरे पर आज लखनऊ पहुंचेंगे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा
- कन्नड़ अभिनेत्री रागिनी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
हर साल 21 दिन हनीमून पर जाएगा ये हॉट कपल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और उनकी पत्नी बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा अब अपने एक नए प्लान की शुरुआत करने जा रहे हैं। दोनों ने हर साल 21 दिन तक हनीमून पर जाने का प्लान तैयार किया है। दरअसल अपने वर्क और पर्सनल लाइफ को बैलेंस करने के लिए इस हॉट कपल ने ये तय किया है कि वे अब से हर साल कम से कम 21 दिन एक दूसरे के साथ रहेंगे।
बता दें कि विरुष्का हमेशा से ही एक पर्फेक्ट कपल होने की मिसाल देते रहे हैं और सभी के लिए कपल गोल्स सेट करते रहे हैं। पिछले साल अचानक इन दोनों की शादी की खबर सामने आई थी। उन्होंने पिछले साल दिसम्बर में इटली के टस्केनी शहर में गुपचुप तरीके से शादी की थी। शादी के बाद उन्होंने दिल्ली और मुंबई में रिसेप्शन पार्टी भी दी थी।
उन दोनों का मानना है कि अपने बीजी शेड्यूल के कारण दोनों सिलेब्रिटीज एक दूसरे के लिए उतना वक्त नहीं निकाल पा रहे, जितना निकालना चाहिए। जहां अनुष्का आए दिन अपनी फिल्मों के सिलसिले में व्यस्त होती हैं, वहीं विराट भी बहुत समय बाहर ही रहते हैं। ऐसे में अपने रिलेशनशिप को मजबूत रखने के लिए दोनों ने ये फैसला लिया है। हालांकि अनुष्का पिछले दिनों विराट के साथ उनके मैच के लिए साउथ अफ्रीका गईं थीं, पर कुछ समय बाद ही उन्हें 'जीरो' की शूटिंग के लिए वापस लौटना पड़ा।
सूत्रों की मानें तो यह डिसीजन उन्होंने अपने वर्क और लीजर टाइम को ध्यान में रखकर लिया है। उन्होंने साबित किया है कि भले ही उनका काम उनके लिए बेहद जरूरी है, पर उतना ही जरूरी उनका एकसाथ रहना भी है। मैरिड कपल के तौर पर जितना वक्त उन्हें एक साथ होना चाहिए था, उतना वो अबतक स्पेंड नहीं पर पाए हैं। ऐसे में रिश्तों में दूरी न आने देने के लिए, कपल ने ये डिसीजन लिया है।
शादी के बाद से विराट लगातार मैच में व्यस्त हैं जबकि अनुष्का अपनी फिल्म जीरो, सुई धागा की शूटिंग और अपने ब्रैंड्स का प्रमोशन कर रही हैं। ऐसे में इन 21 दिनों की छुट्टियों की इस कपल को सख्त जरूरत है।
बता दें कि जुलाई में अनुष्का विराट के साथ यूके जाएंगी। अगस्त में फिर दोनों का बिजी शेड्यूल चालू हो जाएगा। ऐसे में अनुष्का जुलाई का ये महीना पूरी तरह फ्री होकर विराट के साथ स्पेंड करना चाहती हैं।
कमेंट करें
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।