ब्रिटेन ने स्कॉटिश स्वतंत्रता जनमत संग्रह मामले में लिखित तर्क पेश किया

Britain presents written argument in Scottish independence referendum case
ब्रिटेन ने स्कॉटिश स्वतंत्रता जनमत संग्रह मामले में लिखित तर्क पेश किया
ब्रिटेन ब्रिटेन ने स्कॉटिश स्वतंत्रता जनमत संग्रह मामले में लिखित तर्क पेश किया
हाईलाइट
  • स्कॉटिश लोगों के विचारों का पता लगाने के तरीके

डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन की सरकार ने एक मामले में अपना तर्क प्रस्तुत किया है जो स्कॉटिश संसद को एक और स्वतंत्रता जनमत संग्रह के लिए कानून बनाने की अनुमति दे सकता है।

समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार, स्कॉटिश एडवोकेट डोरोथी बैन ने पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में एक संभावित जनमत संग्रह विधेयक को यह पता लगाने के लिए संदर्भित किया कि क्या यह स्कॉटिश संसद की शक्तियों के भीतर है।

अक्टूबर में मामले में मौखिक दलीलें सुनी जानी हैं, लेकिन स्कॉटलैंड के महाधिवक्ता लॉर्ड स्टीवर्ट ने मंगलवार को होलीरूड में संसद की विधायी क्षमता के भीतर बिल के खिलाफ मामला प्रस्तुत किया। समझा जाता है कि यूके सरकार ने सबमिशन को प्रकाशित करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है।

यूके सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, स्कॉटलैंड भर में लोग चाहते हैं कि उनकी दोनों सरकारें उन मुद्दों पर एक साथ काम करें जो उनके और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण हैं, न कि एक और स्वतंत्रता जनमत संग्रह के बारे में बात करना। हमने आज अपना लिखित मामला सुप्रीम कोर्ट को उसकी समय सारिणी के अनुसार सौंप दिया है।

विधायी क्षमता के सवाल पर, यूके सरकार का स्पष्ट ²ष्टिकोण बना हुआ है कि स्वतंत्रता पर जनमत संग्रह के लिए कानून बनाने वाला बिल स्कॉटिश संसद की विधायी क्षमता से बाहर होगा।

पिछले महीने अदालत को प्रस्तुत करने में, स्कॉटिश सरकार किसी भी भविष्य के जनमत संग्रह पर स्व-निष्पादन नहीं होने पर बहुत अधिक झुक गई, जिसका अर्थ है कि यह पूरी तरह से सलाहकार होगा और केवल स्कॉटिश लोगों के विचारों का पता लगाने के तरीके के रूप में होगा।

स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) ने भी मामले में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया है, यह तर्क देते हुए कि एक सार्वजनिक निकाय के रूप में यह अदालत में तर्क देने के लिए निष्पक्ष, न्यायसंगत और उचित होगा।

 

आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   10 Aug 2022 11:01 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story