अमेरिका के एच1-बी वीजाधारकों के कनाडा विस्थापित होने का खतरा : अध्ययन

US H1-B visa holders at risk of immigrating to Canada: Study
अमेरिका के एच1-बी वीजाधारकों के कनाडा विस्थापित होने का खतरा : अध्ययन
संकट अमेरिका के एच1-बी वीजाधारकों के कनाडा विस्थापित होने का खतरा : अध्ययन
हाईलाइट
  • वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अधिक प्रतिभाशाली श्रमिकों को आकर्षित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक नए अध्ययन में कहा गया है कि अमेरिका के सामने प्रतिभाशाली विदेशियों, विशेष रूप से कुशल पेशेवरों से शादी करने वालों के कनाडा विस्थापित हो जाने का संकट मंडरा रहा है। गौरतलब है कि कनाडा कुशल विदेशी श्रमिकों के जीवनसाथी को अपने देश में कार्य करने की अनुमति प्रदान करता है।

लेकिन नेशनल फाउंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी के एक अध्ययन में उजागर होता है कि भारतीयों सहित अन्य कुशल एच-1बी वीजा धारकों को कनाडा के बजाय अमेरिका को चुनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

अध्ययन के लेखक मैडलिन जावोडनी ने कहा कि यदि अमेरिका एच-1 बी वीजा धारकों के जीवनसाथी के लिए काम की पात्रता के मौजूदा नियमों का विस्तार करता है, तो वह देश में श्रम की कमी को कम कर सकता है और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अधिक प्रतिभाशाली श्रमिकों को आकर्षित कर सकता है।

गौरतलब है कि 2016 से 2020 व 2021 के बीच कनाडा में स्थायी निवासी बनने वाले भारतीयों की संख्या में 115 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एच-1बी वीजा धारकों के जीवनसाथी को एच4 (आश्रित) वीजा के जरिए अमेरिका में काम करने की अनुमति दी थी।

एच4 वीजा आश्रित पति या पत्नी और बच्चों को जारी किया जाता है, जो अमेरिका में एच-1बी, एच-2ए, एच-2बी और एच-3 वीजाधारकों के साथ जाते हैं। एच-1बी वीजाधारक पति-पत्नी उच्च शिक्षित होते हैं।

जावोडनी ने कहा, एच-1बी वीजाधारकों की पत्नियों को काम करने की अनुमति देने से कुशल श्रमिकों की भर्ती और उन्हें बनाए रखने में मदद मिलेगी और एच-1बी वीजा श्रेणी के लोगों को काफी अधिक आर्थिक लाभ होगा।

अमेरिकी समुदाय सर्वेक्षण के आंकड़ों (2017-2019) के आधार पर उनका अनुमान है कि एच-1बी वीजा धारक लगभग 90 प्रतिशत पति-पत्नी के पास कम से कम स्नातक की डिग्री है। इन 90 फीसदी में से दो तिहाई भारत से हैं और 6 प्रतिशत चीन से हैं।

2015 में प्रकाशित होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) विनियमन एच4 वीजा रखने वाले पति-पत्नी को रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज (ईएडी) के लिए आवेदन करने की अनुमति देता है। वर्तमान में एच4 वीजाधारक पति/पत्नी रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज (ईएडी) के लिए तभी आवेदन कर सकते हैं, जब उनका एच-1बी साथी स्थायी वीजा की कतार में हो।

लेकिन यह आमतौर पर तब तक नहीं होता, जब तक कि एच-1बी वीजाधारक ने कई वर्षों तक अमेरिका में काम न किया हो। वास्तव में कुछ जोड़े केवल तभी आवेदन कर सकते हैं जब उनके एच-1बी साथी ने कम से कम छह वर्षों तक अमेरिका में काम किया हो। एच4 वीजा धारक को वर्ष में केवल एक बार होने वाली एच-1बी लॉटरी में चुना जाना चाहिए, हालांकि इसमें सफलता की संभावना कम होती है।

एच4 रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज (ईएडी) की लंबी प्रक्रिया ने अमेरिकी नागरिकता और आप्रवासन सेवाओं (यूएससीआईएस) और काम करने के लिए अनुमोदन की चाह रखने वालों को त्रस्त कर दिया है। आस्ट्रेलिया की वीजा रखने वाले पति-पत्नी, जिनके पास एल-1 इंट्राकंपनी ट्रांसफर वीजा, ए-1 ट्रीटी ट्रेडर, ए-2 ट्रीटी निवेशक,वीजा है, उनको काम करने की अनुमति है।

इन वीजाधारकों के पत्नियों का वीजा उन्हें काम करने की अनुमति देता है और उन्हें ईएडी के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होती है। 2015 के मध्य से लगभग 171,000 एच-4 वीजा धारकों को रोजगार प्राधिकरण के लिए अनुमोदित किया गया है, इनमें से एक महत्वपूर्ण हिस्सा भारत से है।

वित्त वर्ष 2021 में भारतीयों ने सबसे अधिक एच1बी वीजा आवंटन का 74 प्रतिशत से अधिक हासिल किया। यूएससीआईएस द्वारा स्वीकृत 4.07 लाख एच1-बी वीजा में से 3.01 लाख भारतीयों को आवंटित किए गए, जबकि चीनियों को मात्र 50 हजार वीजा प्राप्त हुआ।

शोध से पता चलता है कि एच-1बी वीजा श्रेणी आर्थिक विकास को गति देती है, अमेरिकी श्रमिकों के लिए रोजगार सृजित करती है और उच्च वेतन वाली नौकरियों की ऑफशोरिंग को धीमा करती है। जावोडनी कहते हैं कि अगर काम करने की अनुमति दी जाती है, तो ये जोड़े अमेरिकी श्रम बाजार में काफी योगदान देंगे।

 

आईएएनएस

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Created On :   4 Nov 2022 4:00 PM IST

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