पुलिस ने मार्च निकाल रहे पहलवानों को हिरासत में लिया, जंतर-मंतर पर लगे टेंट उखाड़े, साक्षी मलिक बोली अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ

पुलिस ने मार्च निकाल रहे पहलवानों को हिरासत में लिया, जंतर-मंतर पर लगे टेंट उखाड़े, साक्षी मलिक बोली अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ
  • पहलवानों के सपोर्ट में खाप पंचायतों ने किया प्रदर्शन का ऐलान
  • जंतर-मंतर से नए संसद भवन तक मार्च निकालेंगे पहलवान
  • दिल्ली पुलिस ने पहलवानों की लिया हिरासत में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज राजधानी दिल्ली की सड़कों पर पहलवानों और पुलिस के बीच जमकर दंगल देखने को मिला। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग लेकर पहलवान आज नए संसद भवन तक मार्च निकालने निकले। उन्हें दिल्ली पुलिस ने बीच में ही रोक लिया और इनमें से कुछ पहलवानों को हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही पुलिस ने जंतर-मंतर के पास से पहलवानों के धरना प्रदर्शन के लिए बनाए गए टेंट भी हटा दिए। पुलिस के इस एक्शन के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पहलवानों का प्रदर्शन बंद हो गया है। हालांकि साक्षी मलिक और संगीता फोगाट ने कहना है कि वह बिना अपनी मांग के पूरे हुए प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे।

गौरतलब है कि 22 मई को हरिय़ाणा के रोहतक में खाप महापंचायत ने बैठक की थी। जिसमें निर्णय लिया गया था कि महापंचायत की महिलाएं भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिला पहलवानों के समर्थन में 28 मई को नए संसद भवन के सामने महिला सम्मान महापंचायत करेंगी। गौरतलब है कि पहलवानों ने कुश्ती संघ प्रमुख बृजभूषण सिंह पर 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।

जब पुलिस हमें घसीटकर ले रही थी तब पीएम मोदी फोटो खिंचवा रहे थे - साक्षी मलिक

आईएएनएस के मुताबिक पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ले जाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच की जा रही है। इस दौरान साक्षी ने कहा, मुझे बुराड़ी ले जाया गया, मेरा अन्य पहलवानों से संपर्क करना मुश्किल था। उम्मीद है कि सभी ठीक होंगे। हम यहां से जंतर-मंतर जाएंगे और न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे। इस बीच, पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे टेंट को उखाड़ फेंका, ताकि पहलवान यहां फिर से धरना पर न बैठ पाएं।

साक्षी ने कहा, आज हमारे साथ जो हुआ है, वह सभी ने देखा। कोई भी इसे कभी नहीं भूलेगा। जब हम लड़कियों को दिल्ली में सड़क पर पीटा और घसीटा जा रहा था, तब हमारे प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे।

हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ - संगीता फोगाट

पहलवान संगीता फोगाट ने ट्वीट करते हुए कहा है, “हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर-मंतर पर अपना सत्याग्रह शुरू करेंगे। इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा।”

ये देश के चैंम्पियन हैं, आतंकवादी नहीं - स्वाती मालीवॉल

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पहलवानों की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ये देश की तीन बड़ी पहलवान हैं ! ऐसे बृजभूषण को घसीटते हुए लेके जाने के बजाए इन्हें घसीटा जा रहा है।

महिला पहलवानों की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखा है। मालीवाल ने अपने पत्र में लिखा, सुबह से हिरासत में ली गई महिला पहलवानों और समर्थकों को अब तक रिहा नहीं किया गया है। पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख ये माँगें रखी हैं -

1. बृज भूषण की तुरंत गिरफ़्तारी हो

2. सारे पहलवानों को तुरंत रिहा किया जाए

ममता बनर्जी ने की पहलवानों को तत्काल रिहा करने की मांग

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की प्रमुख ममता बनर्जी ने पुलिस द्वारा पहलवानों के साथ कथित मारपीट की निंदा की। उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर देश को सम्मान दिलाने वालों के खिलाफ निरंकुश तरीके से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने हिरासत में लिए गए पहलवानों को तत्काल रिहा करने की भी मांग की है।

राहुल और प्रियंका गांधी ने साधा मोदी सरकार पर निशाना

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहलवानों का समर्थन करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल ने खिलाड़ियों के साथ पुलिस की झड़प का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "राज्याभिषेक पूरा हुआ- 'अहंकारी राजा' सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़।"

वहीं इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं। उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है। भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है। ये एकदम गलत है। पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है।''

हमें जबर्दस्ती हिरासत में लिया - साक्षी मलिक

जंतर-मंतर से नई संसद की तरफ मार्च निकालते समय हिरासत में ली गई महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम शांतिपूर्वक मार्च कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमारे साथ बदतमीजी की और जबर्दस्ती हिरासत में लिया। वहीं जानकारी के मुताबिक, नई संसद तक मार्च कर रहे पहलवानों को गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर में लगे पहलवानों के तंबूओं को भी उखाड़ने शुरू कर दिया है।

पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में लिया

जानकारी के मुताबिक महिला महापंचायत के लिए जंतर-मंतर से नई संसद की ओर कूच कर रहे कुछ पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया। पुलिस प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर अलग स्थान पर ले जा रही है।

इससे पहले पहलवान बजरंग पूनिया ने मीडिया से कहा कि 'संसद भवन के बाहर महिला सम्मान महापंचायत के लिए हम सभी तय समय 11 बजकर 30 मिनट पर कूच करेंगे। मैं दिल्ली पुलिस से अपील करूंगा कि हम यह मार्च शांतिपूर्वक करेंगे, हमें परेशान न किया जाए।'

पुलिस कर रही दुर्व्यवहार - बजरंग पूनिया

इस दौरान बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारे मार्च में कई पुलिस वाले सहयोग कर रहे हैं तो कई पुलिस अधिकारी ऐसे हैं जो हमारे साथ बदतमीजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज महा पंचायत होगी। हमने इसकी अनुमति के लिए कल ही आवेदन दे दिया था। पुलिस हमारे लोगों को गुमराह कर रही है। हमसे कोई बातचीत नहीं हुई है

हरियाणा में गिरफ्तार हुईं महिला प्रदर्शनकारी

नए संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने जा रही किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की महिला प्रदर्शनकारियों को हरियाणा पुलिस ने अंबाला में रोका।

नजरबंद किये गये राकेश टिकैत

जानकारी के अनुसार भारतीय किसान यूनियन के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि ये सभी नेता राकेश टिकैत के साथ दिल्ली कूच करना चाहते थे।

दिल्ली-गुरूग्राम सीमा पर निगरानी से जाम जैसे हालात

दिल्ली-गुरुग्राम को जोड़ने वाले सरहौल बॉर्डर पर वाहनों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हुए हैं। इस दौरान पुलिस वहां से गुजरने वाले हर वाहन की सघन जांच कर रही है, जिसके चलते बॉर्डर पर जाम जैसे हालात बने हुए हैं।

दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

खाप महापंचायतों द्वारा 28 मई को संसद भवन के बाहर महिला सम्मान महापंचायत के ऐलान को देखते हुए 27 मई से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई थी। पुलिस द्वारा राजधानी की सीमाओं पर 27 मई की देर रात से ही प्रदर्शनकारियों को रोकने का ऑपरेशन चलाया गया।

दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दिल्ली हरियाणा बॉर्डर, टिकरी और गाजीपुर सीमा बैरिकेड्स लगाए।

सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम - दिल्ली पुलिस

नए संसद भवन के बाहर पहलवानों द्वारा महिला सम्मान महापंचायत के ऐलान पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि, पुलिस ने प्रदर्शन को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिससे कोई अप्रिय घटना न घटे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने दिल्ली में जगह-जगह बैरिकेडिंग की है, साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल को भी तैनात किया है।

वहीं खाप महापंचायत के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद दिल्ली से सटे राज्य खासकर यूपी और हरियाणा की बॉर्डर पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस के साथ हरियाणा और यूपी पुलिस 'जो जहां मिले वहीं रोको' अभियान चला रही है, जिसके मुताबिक संसद भवन के सामने प्रदर्शन के लिए जाने वाले प्रदर्शनकारियों दिल्ली में प्रदर्शन करने से रोकना है। इस अभियान के तहत दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। सोनीपत पूर्व के पुलिस उपायुक्त गौरव राजपुरोहित ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा दिल्ली सीमा पर निगरानी के लिए महिला पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

Created On :   28 May 2023 6:22 AM GMT

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