ओडिशा पुलिस ने अंतरराज्यीय सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया, 6 गिरफ्तार
![Odisha Police busts interstate SIM card racket, 6 arrested Odisha Police busts interstate SIM card racket, 6 arrested](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2022/09/872836_730X365.jpg)
- ओडिशा पुलिस ने अंतरराज्यीय सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया
- 6 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने मयूरभंज जिले के खूंटा इलाके से एक अंतरराज्यीय पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया और मास्टरमाइंड सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया। यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को दी।
क्राइम ब्रांच के आईजी अमितेंद्र नाथ सिन्हा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आरोपियों की पहचान विशाल खंडेलवाल (मास्टरमाइंड), तपन कुमार पात्रा, अजय कुमार पात्रा, निगम पात्रा, सुधांशु दास और अजू पात्रा के रूप में हुई।उन्होंने बताया कि सोमवार को संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर गिरफ्तारी की गई।
शिकायत मिलने के तुरंत बाद, ओडिशा अपराध शाखा ने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने मयूरभंज जिले के एक इलाके में छापेमारी कर रैकेट का भंडाफोड़ किया।
सिन्हा ने कहा कि पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों को ठगने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो सिम कार्ड बॉक्स (मशीन आधारित नंबर) जब्त किए हैं। इसने सात लैपटॉप, लगभग 20 मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, जियो राउटर, एयरटेल, जियो, वोडाफोन और बीएसएनएल दूरसंचार कंपनियों के 2,500 से अधिक सिम कार्ड भी जब्त किए हैं। उन्होंने बताया कि जब्त किए गए सिम कार्ड में एयरटेल के 1,049, जियो के 1,231, वोडाफोन के 158, बीएसएनएल के 134 कार्ड शामिल हैं।
आईजी ने आगे कहा कि अपराधी खूंटा वन क्षेत्र में अपना नेटवर्क चला रहे थे और लोगों को ठगने के लिए फर्जी केवाईसी निलंबन और सिम कार्ड ब्लॉक संदेश भेजकर लोगों को ठग रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लेगी।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आरोपी सिम कार्ड कहां से ला रहे थे, लेकिन आरोपियों ने कहा कि उन्होंने इसे चेन्नई से मंगवाया था।इस रैकेट में और लोग शामिल हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।पुलिस अधिकारी ने कहा कि इन सिम बॉक्स से बड़ी संख्या में एमटीएनएल केवाईसी धोखाधड़ी वाले एसएमएस भेजे जा रहे थे। मोबाइल नंबर बिहार और ओडिशा में चल रहे हैं।
टीम ने शुरू में एक तपस कुमार पात्रा और बाद में अन्य लोगों से पूछताछ के बाद उन्हें पकड़ लिया।पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस अपराध के मास्टरमाइंड विशाल खंडेलवाल उर्फ जोंटी ने सिम बॉक्स खरीदा था और सुधांशु दास, निगम पात्र द्वारा आपूर्ति किए जा रहे पूर्व-सक्रिय सिम का उपयोग कर संदेश भेजने के लिए तपस कुमार पात्रा को लगाया गया था।वे हर दिन सैकड़ों फर्जी संदेश भेजते थे। उन्होंने कहा कि कुछ महीनों के बाद, तपस पात्रा ने अन्य आरोपी व्यक्तियों अजू पात्रा और अजय कुमार पात्रा को अपराध में शामिल कर लिया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   14 Sep 2022 2:00 PM GMT