निधन: शिंदे गुट के शिवसेना विधायक अनिल बाबर का निधन, 74 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

शिंदे गुट के शिवसेना विधायक अनिल बाबर का निधन, 74 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
  • शिंदे गुट के शिवसेना विधायक अनिल बाबर का निधन
  • मुख्यमंत्री ने रद्द की कैबिनेट बैठक
  • बाबर के परिवार से मिलने सांगली निकले एकनाथ शिंदे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ दल शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक अनिल बाबर का बुधवार सुबह निधन हो गया। अनिल महाराष्ट्र के सांगली जिले के खानापुर-अटपडी विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तबीयत खराब होने की वजह से अनिल बाबर पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। जानकारी के मुताबिक, अनिल बाबर पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और निमोनिया के चलते मंगलवार की दोपहर उन्हें सांगली जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सांगली के लिए निकले मुख्यमंत्री शिंदे

अनिल बाबर की मृत्यु के चलते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कैबिनेट की बैठक को रद्द कर दिया है। अनिल बाबर के परिवार से मिलने के लिए मुख्यमंत्री सांगली के लिए निकल गए हैं। आपको बता दें कि विधायक अनिल बाबर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेहद करीबी और भरोसेमंद माने जाते थे। निधन पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री ने पोस्ट में लिखा, " ... चाहे वह बेघरों को घर देने की कोशिश हो या रक्तदान शिविरों का आयोजन, कृष्णा वैली वाटर एंड टेंट योजना को लागू करने की कोशिश या शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से जमीनी स्तर पर शिक्षा का प्रसार करना, अनिल बाबर ने एक अनुकरणीय जन प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया। अनिल बाबर ने खानापुर आटपाडी क्षेत्र में किसानों की समस्याओं के लिए हमेशा जुझारू रुख के साथ संघर्ष किया। उन्होंने इस क्षेत्र में किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए अथक प्रयास किया। उनके निधन से हमने एक वरिष्ठ शिवसेना प्रतिनिधि, मेरे करीबी सहयोगी और मार्गदर्शक को खो दिया है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और बाबर के परिवार के सदस्यों को इस दुख से उबरने की शक्ति दे। भावभीनी श्रद्धांजलि।"

देवेंद्र फडणवीस ने जताया शोक

अनिल बाबर की मृत्यु पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शोक जताते हुए लिखा, "विधानसभा सदस्य अनिल बाबर के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उनके निधन से हमने एक संवेदनशील जन प्रतिनिधि खो दिया है। महज 19 साल की उम्र में वह सरपंच चुने गए। इसके बाद उनका जिला परिषद सदस्य से लेकर 4 बार विधान सभा सदस्य तक लंबा राजनीतिक करियर रहा। वह निर्वाचन क्षेत्र के मुद्दों को लेकर नियमित रूप से मिलते थे। उनका यूं अचानक हमारे बीच से चले जाना बेहद दुखद है। मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम उनके परिवारों के दुख में शामिल हैं। ऊं शांति।"

Created On :   31 Jan 2024 6:02 AM GMT

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