यमुना नदी के जलस्तर में मामूली कमी, राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा बरकरार, हिमाचल प्रदेश में 90 से ज्यादा लोगों ने गंवाई जान

यमुना नदी के जलस्तर में मामूली कमी, राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा बरकरार, हिमाचल प्रदेश में 90 से ज्यादा लोगों ने गंवाई जान
  • यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर
  • हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बाढ़ का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से जगह-जगह पानी भर गया है। जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के कई हिस्सों में कमर से उपर पानी बह रहा है जिसमें लोग तैर कर अपने कामों पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यमुना का जलस्तर बीते दिन से आज थोड़ा कम हुआ है लेकिन दिल्ली पर भयानक बाढ़ का खतरा अभी भी मंडरा रहा है। जिसको देखते हुए दिल्ली और केंद्र की सरकार सकते में आई हुई हैं।

दिल्ली की स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने फ्रांस से गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है और मौजूदा हालात को लेकर जानकारी ली। जिस पर शाह ने पीएम मोदी से 24 घंटे में यमुना का जलस्तर में कमी होने की बात कही है। अमित शाह के अलावा पीएम मोदी ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से भी फोन पर बात की है और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। राष्ट्रीय राजधानी के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में भी मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।

राजधानी दिल्ली

राजधानी दिल्ली पानी से पूरी तरह लबालब नजर आ रही है। लाल किला तक पानी पहुंच चुका है। यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के चलते यमुना बाजार पर जलभराव की स्थिति बन गई है। लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से राजघाट के पास तक पानी पहुंच चुका है जहां बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। जगह-जगह पानी भरने की वजह से यातायात बुरी तरह से बाधित हुआ है। लोगों को अपने काम पर जाने के लिए घंटों पानी में खड़ा रहना पड़ रहा है। फिलहाल यमुना का जलस्तर आज सुबह 5 बजे 208.46 मीटर तक रहा। जानकारों का मानना है कि, अब यमुना का जलस्तर में बढ़ोत्तरी नहीं होगी।

यातायात बुरी तरह प्रभावित

यमुना में बाढ़ के कारण कई जगहों पर यातायात के लिए मार्ग बदले गए। इस वजह से भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है।

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में भी बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। भारी बारिश की वजह से हजारों पर्यटक फंसे हुए हैं। प्रदेश के ब्यास नदी का जलस्तर में थोड़ी कमी आई है। जिसके बाद थोड़ी राहत मिली है। मौसम विभाग ने अभी भी प्रदेश में अलर्ट जारी कर रखा है। हिमाचल प्रदेश में 24 जून से अब तक 91 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले पांच दिन पहाड़ी राज्य के लिए बड़ा ही मुश्किल रहने वाला है। प्रदेश की सरकार ने जनता से अपील कर रखी है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाता तब तक घरों से बाहर न निकले।

उत्तराखंड

उत्तराखंड में भी मूसलाधार बारिश ने आफत ला रखी है। पहाड़ी राज्य में जगह-जगह लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही है। जिसकी वजह से यातायात बाधित हो रहा है। बीते दिन ही तेज बारिश और बाढ़ की पानी की वजह से केदरानाथ यात्रा रोक दी गई थी। जिसको लेकर सरकार ने कहा था कि, पर्यटक अपना ध्यान रखे, मौसम खराब होने की वजह से यात्रा रोकी गई है।

पंजाब

पंजाब में भी बारिश कहर बन कर टूटा है। यहां के कई जिलों में बाढ़ आ चुका है। लोगों का जीवन अस्त व्यस्त पड़ा हुआ है। पंजाब सरकार बाढ़ के पानी से निजात दिलाने के लिए राहत और बचाव का कार्य कर रही है ताकि इस समस्या से निपटा जा सके। बाढ़ के चपेट में पंजाब के करीब 500 से अधिक गांव आए हुए हैं।

Created On :   14 July 2023 5:10 AM GMT

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