कामठीकला जलाशय निर्माण को मिली हरी झंडी, साल 2046 से मिलेगी सुविधा

green signal for Kamthikala reservoir, will facilitate in 2046
कामठीकला जलाशय निर्माण को मिली हरी झंडी, साल 2046 से मिलेगी सुविधा
कामठीकला जलाशय निर्माण को मिली हरी झंडी, साल 2046 से मिलेगी सुविधा

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। पांढुर्नावासियों के लिए राहतभरी खबर है। लंबे समय से विचाराधीन और संशय की स्थिति में चल रहे कामठीकला जलाशय के निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशन में शनिवार को आई अधिकारियों की एक टीम ने कामठीकला जलाशय निर्माण के पहलूओं पर गहन अध्ययन कर इसके निर्माण को क्षेत्र के लिए उपयुक्त बताया। टीम के रूप में पहुंचे पीएचई के ईई अरुण श्रीवास्तव और डब्ल्यूआरडी के ईई विजयशंकर अवस्थी ने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ कामठीकला जलाशय के प्रस्तावित निर्माण स्थल का दौरा कर कई बिंदुओं का बारीकी से अध्ययन किया और इसके निर्माण से होने वाले संभावित फायदे भी गिनाए।

इस संबंध में ईई अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि पांढुर्ना क्षेत्र की जलापूर्ति के लिए कामठीकला जलाशय ही उपयुक्त साबित होगा और सीएम कमलनाथ भी क्षेत्र में कामठीकला जलाशय निर्माण के पक्ष में है। उन्होंने ही कामठीकला जलाशय निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए दौरे को लेकर निर्देश दिए। अधिकारियों के दौरे पर एसडीएम दीपक कुमार वैद्य, सीएमओ नवनीत पांडे, पीएचई के एसडीओ एमके तायवाड़े, उपयंत्री पीआर नागले, डब्ल्यूआरडी के एसडीओ मनीष पटेल, एसएस मुकासदार, उपयंत्री एसके गड़करी, ब्लाक कांग्रेस के विश्वास कांबे, आनंदराव कोल्हे, उज्जवलसिंह चौहान, ताहीर पटेल, राजू कोल्हे, योगेश खोड़े, बापू बालपांडे, संदीप घाटोड़े आदि मौजूद रहे। निर्माण स्थल के दौरे के उपरांत अधिकारियों ने पीबडल्यूडी रेस्ट हाउस में बैठक कर स्थानीय अधिकारियों और कमेटी सदस्यों से निर्माण संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उनके द्वारा किए गए अध्ययन के बाद यह बात सामने आई कि छोटी गंगा नदी पर बनने जा रहे कामठीकला जलाशय में 6.1 एमसीएम पानी जमा होगा। इसकी ऊंचाई 19.50 मीटर रहेगी।

अल्प बारिश में ही भरेगा जलाशय
अधिकारियों के अनुसार क्षेत्र में लगातार कम होते जा रहे बारिश के आंकड़े के बावजूद इस जलाशय में पहली बारिश से ही पानी की पूर्ति हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सीजन में क्षेत्र में जितनी बारिश होती है, उसके एवज में 19 प्रतिशत बारिश में कामठीकला जलाशय को भराव में मदद मिलेगी।

जुनेवानी जलाशय भी होगा रिचार्ज
कामठीकला जलाशय निर्माण के विभिन्न बिंदुओं का अध्ययन करने पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि अल्प बारिश में ही जलाशय भराव हो सकेगा, जिसके बाद इसके ओवरफ्लो से जूनेवानी जलाशय को भी रिचार्ज होने में मदद मिलेगी। दोनों जलाशयों में जलभराव होने से जलस्तर में भी वृद्धि हो सकेगी।

वर्ष 2046 तक मिलेगी सुविधा
कामठीकला जलाशय बनने से वर्ष 2046 तक क्षेत्रवासियों को इससे सुविधा मिलते रहेगी। साल 2046 की स्थिति में करीब 90 हजार जनसंख्या होने के बाद भी जलाशय से प्रतिदिन 130 लीटर प्रति व्यक्ति पानी की पूर्ति की जा सकेगी, जिससे जलसंकट की स्थिति नहीं पनपेगी। योजना मिल का पत्थर साबित होगी। अब इसमें आगे क्या होगा शनिवार को टीम ने कामठीकला जलाशय निर्माण स्थल का दौरा कर निर्माण की सारी संभावनाएं व्यक्त कर दी। अधिकारियों के अनुसार अब एक तकनीकी टीम यहां आकर सर्वे कर टेक्निकल रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसका प्रतिवेदन सीधे सीएम कमलनाथ के सामने प्रस्तुत होगा।

सीएम कमलनाथ की भी कामठीकला जलाशय निर्माण के सर्वोच्च प्राथमिकता है, ऐसे में अब कामठीकला जलाशय का बनना लगभग तय होता नजर आ रहा है। क्षेत्र की सुविधा को देखते हुए ब्लाक और नगर कांग्रेस कमेटी ने भी कामठीकलां जलाशय को लेकर ध्यानाकर्षित कराया था।

Created On :   9 March 2019 2:41 PM GMT

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