जानिए सतना में बिजली अफसरों ने क्यों की पुलिस फोर्स की मांग ?

Know why the power officers in Satna demanded the Armed Police Force?
जानिए सतना में बिजली अफसरों ने क्यों की पुलिस फोर्स की मांग ?
जानिए सतना में बिजली अफसरों ने क्यों की पुलिस फोर्स की मांग ?

डिजिटल डेस्क,सतना। तराई में सक्रिय डकैतों का खौफ अब बिजली अफसरों पर भी दिखने लगा है। बिजली विभाग के अधिकारियों ने चित्रकूट के अनुविभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर जंगल में नाइट पेट्रोलिंग के लिए सशस्त्र पुलिस फोर्स की मांग की है। पत्र की प्रतियां कलेक्टर-एसपी को भी भेजी गई है।

दरअसल हालही में तराई के जंगलों में सक्रिय डकैत ललित पटेल ने तीन हत्याएं करने के बाद कई लोगों का अपहरण कर लिया था। इसी को देखते हुए बिजली अधिकारियों में अब खौफ भर गया है। अधिकारियों का कहना है कि मझगवां-चित्रकूट के बीच 33 केवी की लाइन है, जो जंगलों के बीच से होकर गुजरती है। इस लाइन को अज्ञात शख्स काट देता है, जिसे सुधारने के लिए जंगल में जाना पड़ता है।

अधिकारियों के लिखे पत्र में बताया गया कि मझगवां पावर स्टेशन से पवित्र तीर्थ स्थल चित्रकूट को जाने वाली 33 केवी लाइन के साथ रात में अक्सर छेडख़ानी की घटनाएं बड़ी तेजी से बढ़ रही हैं। मझगवां से चित्रकूट के बीच लगभग 40 किलोमीटर पर ये बिजली लाइन घने जंगलों से होकर गुजरती है। रोजाना हर 3 घंटे में असामाजिक तत्व फॉल्ट मारकर बिजली की आपूर्ति को प्रभावित कर देते हैं। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि रात में साजिशन फाल्ट के पीछे दस्यु दलों की गहरी साजिश हो सकती है।उन्हें डर है कि फाल्ट के लिए नाइट पेट्रोलिंग के दौरान जंगल पहुंचने वाले बिजली अफसरों को दस्यु दल कभी भी अगवा कर सकते हैं। 

एमपी-यूपी की सरहद पर स्थित चित्रकूट में हर दिन देश-विदेश से से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बीच रात में फॉल्ट की स्थिति में मेंटीनेंस टीम बिना सशस्त्र पुलिस सुरक्षा के दस्यु प्रभावित घने जंगलों में जाने का साहस नहीं जुटा पाती है। पत्र में पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि रात में जंगल में फॉल्ट के मेंटीनेंस के लिए सशस्त्र पुलिस बल उपलब्ध कराया जाए।

Created On :   2 Aug 2017 10:36 AM IST

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