दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज, ग्रैप पर सीएक्यूएम उप-समिति ने की समीक्षा

दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज, ग्रैप पर सीएक्यूएम उप-समिति ने की समीक्षा
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को धुंध की एक मोटी सफेद चादर देखी गई। राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा। कुछ इलाकों में स्थिति और बिगड़ गई, जहां एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया।

नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में रविवार को धुंध की एक मोटी सफेद चादर देखी गई। राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा। कुछ इलाकों में स्थिति और बिगड़ गई, जहां एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया।

रविवार सुबह दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई 'बेहद खराब' श्रेणी के आसपास रहा, जिसके कारण ग्रैप पर सीएक्यूएम उप-समिति ने रविवार की शाम को 4 बजे एक समीक्षा बैठक बुलाई।

उप-समिति ने दिल्ली-एनसीआर के वर्तमान वायु गुणवत्ता परिदृश्य और आईएमडी/आईआईटीएम द्वारा उपलब्ध कराए गए मौसम/मौसम संबंधी पूर्वानुमानों की समीक्षा की। इस दौरान समिति ने पाया कि सुबह 10 बजे दिल्ली का प्रति घंटा औसत एक्यूआई 391 था, जो आज शाम 4 बजे उल्लेखनीय रूप से सुधरकर 370 हो गया।

इस दौरान देखा गया कि दिल्ली के दैनिक औसत एक्यूआई में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। शाम 4 बजे एक्यूआई सुधरकर 370 हो गया और शाम 5 बजे और सुधरकर 365 हो गया। साथ ही, आईएमडी और आईआईटीएम द्वारा मौसम संबंधी स्थितियों के बारे में बताया गया कि आने वाले दिनों में दिल्ली का समग्र एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में रहेगा। ग्रैप पर उप-समिति ने बताया कि फिलहाल ग्रैप के चरण-III को लागू करने की आवश्यकता नहीं है और एनसीआर में ग्रैप की मौजूदा अनुसूची के चरण I और II के तहत चल रहे उपाय जारी रहेंगे।

उप-समिति स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा करेगी।

वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अगले सात दिनों तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। फिलहाल, सुबह और शाम की ठंडी हवाएं सर्दी को और बढ़ा रही हैं। हालांकि, बारिश की उम्मीद नहीं है और मौसम में कोहरा बना रहने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा कि प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति गिरते तापमान से जुड़ी है, जिससे हवा भारी हो जाती है और हवा की गति कम हो जाती है, जिससे प्रदूषक सतह के पास जमे रहते हैं। इसी कारण कोहरे और धुंध का मिश्रण घना बना रहता है। आईएमडी के अनुसार, निर्माण गतिविधियां और वाहनों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण बढ़ने के प्रमुख कारणों में शामिल हैं।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   9 Nov 2025 8:50 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story