अयोध्या में प्रतिदिन 30 हजार श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था करेगी सरकार
अयोध्या, 12 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर शासन-प्रशासन स्तर पर फिलहाल प्रतिदिन 30 हजार लोगों के अयोध्या में रुकने की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इसमें और इजाफा भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं व पर्यटकों के रुकने की चाक-चौबंद तैयारी कर रहा है। इसके लिए होटल, धर्मशाला-गेस्ट हाउस, होम स्टे-पेइंग गेस्ट, टेंट सिटी- आश्रय स्थल, डॉरमेट्री आदि में व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल तैयारी के अनुसार वर्तमान में 60 होटलों में 40 कमरों के हिसाब से 7200 पीपीडी (पर्सन पर डे) को रोका जाएगा।
171 धर्मशाला-गेस्ट हाउस में 17 हॉल व 2742 कमरों की अनुमानित व्यवस्था है। 2742 कमरों में चार लोगों तथा 17 हॉल में पांच लोगों के ठहरने की व्यवस्था के अनुरूप माना जा रहा है कि 11818 पीपीडी रामनगरी में रुककर दर्शन-पूजन कर सकते हैं। होम स्टे-पेइंग गेस्ट योजना के तहत भी अयोध्या में काफी कार्य हो चुका है। फिलवक्त यहां 570 संपत्तियां ऑन बोर्ड हो चुकी हैं। प्रति होम स्टे में चार कमरे और दो पीपीआर (पर्सन पर रेशियो) के हिसाब से प्रतिदिन 4400 लोगों के रुकने की व्यवस्था कराई जा रही है।
फिलहाल सरकारी स्तर पर 200-200 लोगों की व्यवस्था वाली दो टेंट सिटी तथा तीन आश्रय स्थलों में 5100 व्यक्ति यानी कुल 5400 लोगों के रुकने की व्यवस्था कराई जा रही है। वहीं, डॉरमेट्री की व्यवस्था के अनुरूप तीन व्यावसायिक संकुल में प्रस्तावित डॉरमेट्री में 700 बेड्स की व्यवस्था सुचारू रूप से की हो रही है।
--आईएएनएस
विकेटी/एबीएम
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   12 Jan 2024 5:05 PM IST