राजनीति: भाजपा का मकसद अनुच्छेद 370 को खत्म करना था, कश्मीर में बदल गए हालात कविंदर गुप्ता

भाजपा का मकसद अनुच्छेद 370 को खत्म करना था, कश्मीर में बदल गए हालात  कविंदर गुप्ता
अनुच्छेद 370 की पांचवी बरसी को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि एक प्रधान, एक निशान और एक विधान के लिए भाजपा ने लंबी लड़ाई लड़ी है।

जम्मू, 4 अगस्त (आईएएनएस)। अनुच्छेद 370 की पांचवी बरसी को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि एक प्रधान, एक निशान और एक विधान के लिए भाजपा ने लंबी लड़ाई लड़ी है।

कविंदर गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जब से जनसंघ के रूप में काम किया है, तब से जम्मू कश्मीर पर उसका फोकस रहा है। जनसंघ के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर के लिए अपना बलिदान दिया था। भाजपा ने इस देश में एक प्रधान, एक निशान और एक विधान के लिए लंबी लड़ाई लड़ी, समय-समय पर इसके लिए संघर्ष होते रहे।

उन्होंने कहा कि नेहरू और शेख अब्दुल्ला ने इस रियासत को कहीं न कहीं दाव पर लगाया था। यही वजह है कि यहां पर अलगाववाद, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और पाकिस्तान परस्ती पैदा हुई है। जम्मू कश्मीर को एक जिद्दी बच्चे की तरह ट्रीट किया गया, यहां जो भी सरकार आई, उसने उस समय की कमजोर केंद्र सरकार को ब्लैकमेल किया। भारतीय जनता पार्टी का एक ही मकसद था कि हम जब भी केंद्र में पूर्ण बहुमत में होंगे, अनुच्छेद 370 को खत्म करेंगे।

उन्होंने कहा, "हमने देखा कि जम्मू कश्मीर से पांच लाख हिंदुओं का विस्थापन हुआ। इसके अलावा वहां पर पाकिस्तान के झंडे का लहराना, आतंकवाद का फैलना, मंदिरों का तोड़ा जाना, मस्जिदों से देश विरोधी ऐलान करना एक रूटीन बन गया था। जिनकी राजनीतिक दुकान चल रही थी, वे नहीं चाहते थे कि नए लोग आएं। लेकिन अब अनुच्छेद 370 के हटने के बाद विकास और टूरिज्म का नया दौर है। अब टेररिज्म नहीं टूरिज्म का दौर है। गलत राजनीति करने वालों को लोगों ने नकारा है, अभी हाल ही के चुनाव में हमने देखा। वहां अब पत्थरबाजी नहीं है, बच्चे 12 महीने स्कूल जाते हैं। पूर्व की सरकारों ने जम्मू और लद्दाख के साथ भेदभाव पूर्ण नीति अपनाई। कश्मीर केंद्रित सरकारों ने जम्मू के साथ भेदभाव किया। आज अगर एम्स, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, रिंग रोड बने हैं, तो दोनों जगह बने हैं, कश्मीर तक ट्रेन पहुंच गई है। खेलकूद को लेकर यहां का युवा उत्साहित है और टूरिज्म के माध्यम से लोग यहां आ रहे हैं। पहले युवाओं को हायर कर उनसे पत्थरबाजी कराई जाती थी, उसे भारत सरकार ने सुधारा है, यह अंतर 5 अगस्त 2019 के बाद आया है।"

उन्होंने कहा कि आज की सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही, उसी का परिणाम है कि कश्मीर में हालात अच्छे हुए हैं। लेकिन पाक प्रायोजित आतंकवाद धीरे-धीरे जम्मू में पांव फैलाने की कोशिश कर रहा है। जब कोल्ड वॉर व गोरिल्ला वार होता है, तो कहीं न कहीं हमारे विरोधी भी कामयाब हो जाते हैं।

उन्होंने कहा कि दुश्मन कभी-कभी अपने इरादों में कामयाब हो जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम अपने जवानों पर सवाल उठाएं। आतंकियों के खिलाफ सरकार और सख्त कदम उठाती है, अपनी रणनीति बदलती है और दुश्मनों को मार गिराती है। देश के अन्य दुश्मनों को भी जल्द मार गिराया जाएगा। गुप्ता ने कहा कि हमने तो वह वक्त भी देखा है, जब लाशों के ढेर होते थे। धर्म विशेष के लोगों को बसों से उतारकर मार दिया जाता था। हमने 25 लाशाें को अपने हाथों से जलाया है। सरकार और डिपार्टमेंट में कुछ ऐसे लोग बैठे हैं, जो खाते यहां का हैं और काम कहीं और के लिए करते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करने की जरूरत है और सरकार उस पर काम कर रही है।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव तो हो कर रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह ने संसद की पटल पर बड़ी जिम्मेदारी से चुनाव की बात कही है। परिसीमन का होना जरूरी था और हो गया। सभी काम पूरे हो चुके हैं। हमें उम्मीद है कि सितंबर या अक्टूबर में यहां अपनी लोकतांत्रिक सरकार बनेगी।

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Created On :   4 Aug 2024 9:28 PM IST

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