सुरक्षा: भारत ने गाजा में पत्रकारों की हत्या पर 'गहरा खेद' व्यक्त किया

भारत ने गाजा में पत्रकारों की हत्या पर गहरा खेद व्यक्त किया
गाजा के खान यूनिस में पत्रकारों के मारे जाने पर भारत ने "गहरा अफसोस" जताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत हमेशा से संघर्ष में नागरिकों की जान जाने की निंदा करता रहा है। हम समझते हैं कि इज़रायली अधिकारियों ने पहले ही जांच शुरू कर दी है।

नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस)। गाजा के खान यूनिस में पत्रकारों के मारे जाने पर भारत ने "गहरा अफसोस" जताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत हमेशा से संघर्ष में नागरिकों की जान जाने की निंदा करता रहा है। हम समझते हैं कि इज़रायली अधिकारियों ने पहले ही जांच शुरू कर दी है।

गाजा के दक्षिणी हिस्से में स्थित नासेर अस्पताल पर हुए एक इजरायली हवाई हमले में, अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों से जुड़े पांच पत्रकारों सहित, कम से कम 20 लोग मारे गए।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "पत्रकारों की हत्या चौंकाने वाली और बेहद खेदजनक है। भारत ने हमेशा संघर्ष में नागरिकों की जान जाने की निंदा की है। हम समझते हैं कि इजरायली अधिकारियों ने पहले ही जांच शुरू कर दी है।"

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस घटना पर टिप्पणी की और इसे एक दुखद दुर्घटना बताया।

उन्होंने कहा, "इजरायल आज गाजा के नासिर अस्पताल में हुई दुखद दुर्घटना पर गहरा खेद व्यक्त करता है। इजरायल पत्रकारों, चिकित्सा कर्मचारियों और सभी नागरिकों के काम को महत्व देता है।"

इजरायली प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सेना इस घटना की गहन जांच कर रही है।

उन्होंने आगे कहा, "हमारा युद्ध हमास आतंकवादियों के साथ है। हमारा उचित लक्ष्य हमास को हराना और अपने बंधकों को वापस लाना है।"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें अभी तक हमले के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन उन्होंने कहा, मैं इससे खुश नहीं हूं। मैं इसे देखना नहीं चाहता।

ट्रंप ने आगे कहा कि साथ ही, हमें गाजा में उस पूरे दुःस्वप्न को समाप्त करना होगा, जहां हमास ने इजरायल में बंधक बनाए गए लोगों को बंदी बनाकर रखा है।

इजरायली सेना ने पुष्टि की है कि उसके सैनिकों ने नासेर अस्पताल क्षेत्र में हमला किया और आश्वासन दिया कि मामले की जांच चल रही है।

सेना ने एक बयान में कहा, "आईडीएफ को गैर-संलिप्त व्यक्तियों को हुए किसी भी नुकसान के लिए खेद है और वह पत्रकारों को इस तरह निशाना नहीं बनाता है।"

इस महीने की शुरुआत में, अल जजीरा के संवाददाता अनस अल-शरीफ भी एक इजरायली हमले में मारे गए थे, और इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने यह सबूत भी पेश किया था कि वह हमास नेता थे।

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Created On :   27 Aug 2025 11:58 AM IST

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