भारत की एनर्जी ट्रांजीशन की यात्रा भावी पीढ़ी को बना रही सशक्त हरदीप सिंह पुरी
नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि एचपी एचटीएल प्लांट सीवीड से बायोक्रूड और बायोफ्यूल बनाने की टेक्नोलॉजी डेवलप करने में अपनी महत्पवूर्ण योगदान दर्ज करवाएगा।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने बेंगलुरु के एचपीसीएल ग्रीन आरएंडडी सेंटर में एचपी एचटीएल के पायलट प्लांट को लॉन्च किए जाने की जानकारी दी।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में मुझे बेंगलुरु के एचपीसीएल ग्रीन आरएंडडी सेंटर में एचपी एचटीएल के पायलट प्लांट का शुभारंभ करने का अवसर मिला।"
केंद्रीय मंत्री पुरी ने नए प्लांट को लेकर जानकारी देते कहा, "यह प्लांट सीवीड से बायोक्रूड और बायोफ्यूल्स बनाने की बनाने की
टेक्नोलॉजी डेवलप करने में अपना अहम योगदान दर्ज करवाएगा।"
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में लगभग हर क्षेत्र में हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाने को लेकर 'आत्मनिर्भरता' भारत की अद्भुत शक्ति के रूप में उभर रही है। इसके अलावा आत्मनिर्भरता विकसित भारत बनने की हमारी यात्रा को गति दे रही है।
केंद्रीय मंत्री ने सीवीड को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि यह समुद्री वातावरण में तेजी से बढ़ता है और इसे रिन्यूएबल लो कार्बन और सस्टेनेबल फ्यूल के उत्पादन के लिए एक बेहतरीन फीडस्टॉक माना जाता है।
उन्होंने इस कैंपस में अलग-अलग लैब का दौरा किया और देश की स्वदेशी रिसर्च के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय मंत्री एक्स पर लिखा, "बैटरी लैब में स्वदेशी तरीके से 1किलावाट की लिथियम बैटरी पैक को सफलतापूर्वक विकसित किया गया है। साथ ही, कई अन्य नई टेक्नोलॉजी पर रिसर्च जारी है।"
इसी तरह, उन्होंने इलेक्ट्रोलाइजर पायलट प्लांट को लेकर कहा कि यहां एईएम टेक्नोलॉजी के जरिए 1 मेगावाट का डेमोन्सट्रेशन प्लांट डेवलप किया गया है, जो कि ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उन्होंने इंजन लैब में फ्लेक्स फ्यूल किट के डेमोन्सट्रेशन की प्रक्रिया भी देखी। उन्होंने कहा कि भविष्य के भारत के लिए तैयार हो रही यह रिसर्च हरित भारत की संकल्पना को साकार करने में अपना अहम योगदान देगी।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने पीएम मोदी के नेतृत्व में एक ही कैंपस में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते इन कदमों को भारत की एनर्जी ट्रांजीशन की यात्रा को भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने की यात्रा बताया।
इससे पहले, एक एक्स पोस्ट में केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया था कि इस स्टेट-ऑफ-द-आर्ट आरएंडडी सेंटर में 150 से अधिक डेडिकेटेड साइंटिस्ट हैं। इसके अलावा, सेंटर में काम करने वाले साइंटिस्ट में 37 प्रतिशत साइंटिस्ट महिला लीडर्स हैं।
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Created On :   11 Nov 2025 1:39 PM IST











