स्वास्थ्य/चिकित्सा: नशे का ही नहीं, औषधीय गुणों के भी पावर हाउस हैं भांग के बीज! जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। भांग (विजया) का नाम सुनते ही कई लोग इसे नशे से जोड़कर देखते हैं, लेकिन वास्तव में इसके बीज यानी हेंप सीड्स स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी होते हैं। यह कोई साधारण बीज नहीं, बल्कि पोषक तत्वों का भंडार है। आयुर्वेद, पारंपरिक चिकित्सा और आधुनिक विज्ञान ने भी इसके औषधीय गुणों को स्वीकार किया है।
भांग के बीज में लगभग 30 प्रतिशत तक गुड फैट्स होते हैं, जिनमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड प्रमुख हैं। इनमें गामा-लिनोलेनिक एसिड भी पाया जाता है, जो इंफ्लेमेशन को कम करने और हार्मोनल संतुलन बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, इनमें विटामिन ई, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और जिंक जैसे जरूरी मिनरल्स भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं।
भांग के बीज को पूर्ण प्रोटीन स्रोत माना जाता है, क्योंकि इनमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होते हैं। इनकी कुल कैलोरी का 30 प्रतिशत उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन से आता है, जो चिया सीड और अलसी जैसे अन्य बीजों से अधिक है। यह विशेष रूप से शाकाहारियों और एथलीट्स के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
भांग के बीज में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर पाए जाते हैं। ये पाचन तंत्र को साफ रखते हैं, आंतों को मजबूत बनाते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। फाइबर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करता है, जिससे मोटापा और डायबिटीज का खतरा कम होता है।
भांग के बीजों में पाया जाने वाला अमीनो एसिड आर्जिनिन शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनाता है, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और रक्तचाप कम करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय को स्वस्थ रखते हैं और मस्तिष्क को उम्र संबंधी समस्याओं जैसे अल्जाइमर और डिमेंशिया से बचाते हैं। ये मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता को भी बेहतर बनाते हैं।
भांग के बीज पारंपरिक रूप से स्त्री रोग और हार्मोनल असंतुलन में उपयोग किए जाते रहे हैं। इनमें मौजूद फैटी एसिड और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स हार्मोन के स्तर को संतुलित करते हैं। त्वचा के लिए भी ये बेहद फायदेमंद होते हैं। यह कोलेजन उत्पादन बढ़ाकर त्वचा को जवां बनाए रखते हैं और एक्ने व एक्जिमा जैसी समस्याओं में राहत देते हैं।
भांग के बीज को आप कई तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसे आप एक-दो चम्मच डायरेक्ट चबाकर खा सकते हैं। आप चाहें तो इन्हें भिगोकर स्मूदी में मिला सकते हैं या फिर चटनी, सलाद, ओट्स आदि में भी डाल सकते हैं।
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Created On :   13 Sept 2025 2:49 PM IST