बाजार: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 12-16 फरवरी तक किए जाएंगे जारी

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 12-16 फरवरी तक किए जाएंगे जारी
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 (श्रृंखला चार) 12-16 फरवरी के दौरान सदस्यता के लिए खोला जाएगा, इसकी निपटान तिथि 21 फरवरी है।

नई दिल्ली, 10 फरवरी (आईएएनएस) । वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 (श्रृंखला चार) 12-16 फरवरी के दौरान सदस्यता के लिए खोला जाएगा, इसकी निपटान तिथि 21 फरवरी है।

आरबीआई द्वारा सोने के बांड 6,263 रुपये प्रति ग्राम की कीमत पर जारी किए जाएंगे।

सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से उन निवेशकों को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निर्गम मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है, जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं और भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से किया जाता है।

ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 6,213 रुपये प्रति ग्राम सोना होगा।

बांड के लिए भुगतान नकद भुगतान (अधिकतम 20,000/- रुपये तक) या डिमांड ड्राफ्ट या चेक या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के माध्यम से होगा।

एसजीबी विभिन्न चैनलों के माध्यम से उपलब्ध होंगे, इनमें अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआईएल), नामित डाकघर और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज, जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) शामिल हैं।

व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम 1 ग्राम निवेश से शुरुआत कर सकते हैं और अधिकतम 4 किलोग्राम तक जा सकते हैं।

एसजीबी के लिए अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदंड भौतिक सोने की खरीद के समान हैं। वोटर आईडी, आधार कार्ड/पैन या टैन/पासपोर्ट जैसे केवाईसी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। आयकर विभाग द्वारा जारी स्थायी खाता संख्या (पैन) अनिवार्य है।

एसजीबी आठ साल के कार्यकाल के साथ आते हैं और पांचवें वर्ष के बाद बाहर निकलने का विकल्प होता है। परिपक्वता तक रखे जाने पर एसजीबी कर मुक्त होते हैं।

एसजीबी 2.50 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज भी देते हैं, जो खरीदार के बैंक खाते में अर्ध-वार्षिक रूप से जमा किया जाता है, इसमें अंतिम ब्याज भुगतान मूल राशि के साथ परिपक्वता पर किया जाता है। परिपक्वता पर, खरीदारों को मौजूदा बाजार कीमतों पर सोने का मूल्य और ब्याज आय प्राप्त होगी, जो सभी कर-मुक्त हैं।

एसजीबी का उपयोग ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है। ऋण-से-मूल्य (एलटीवी) अनुपात को समय-समय पर रिज़र्व बैंक द्वारा अनिवार्य सामान्य स्वर्ण ऋण के बराबर निर्धारित किया जाना है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   10 Feb 2024 3:31 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story