केंद्र सरकार के फैसले पर हमलावर विपक्ष: पाकिस्तानी हॉकी टीम के भारत आने पर आदित्य ठाकरे ने उठाए सवाल, केंद्र सरकार के फैसले को बताया अनुचित, पहलगाम आतंकी हमले पर भी घेरा

- भारत सरकार ने पाकिस्तानी हॉकी टीम को दी अनुमति
- सरकार के फैसले से विपक्ष हमलावर
- शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार द्वारा हॉकी एशिया कप 2025 में पाकिस्तान की हॉकी टीम को सहमति देने पर सियासत गरमा गई है। इस सहमति को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस बीच उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने सरकार के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सवाल उठाया है कि लाखों-करोड़ों के विज्ञापन और प्रसारण अधिकारों के दबाव में हम बार-बार पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच क्यों दे सकते हैं?
भारत में पाकिस्तानी हॉकी टीम के आने से भड़के आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा, "बीजेपी-नीत बीसीसीआई भी भारत-पाकिस्तान एशिया कप के लिए हामी भरने की तैयारी कर रहा है। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर निर्णायक और सार्वजनिक कार्रवाई नहीं करता, तब तक हम पाकिस्तानी टीम को भारत कैसे आने दे सकते हैं?"
आदित्य ठाकरे ने कहा, "पहलगाम आतंकी हमले को कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन उस हमले के ज़िम्मेदार आज भी खुलेआम घूम रहे हैं। हमले के ज़ख्म अभी भी ताज़ा हैं। देश उस खौफनाक हमले से अब तक उबर नहीं पाया है।"
शिवसेना यूबीटी के नेता ने कहा, "क्या यह जरूरी नहीं कि भारत अब एक कठोर और स्पष्ट नीति घोषित करे, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस और पारदर्शी कदम नहीं उठाता, तब तक उसे किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन का हिस्सा नहीं बनने दिया जाएगा? अब वक्त सिर्फ शब्दों का नहीं, एक निर्णायक राष्ट्रवादी नीति का है।"
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार को घेरा
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, "3-4 महीने पहले जब पाकिस्तान ने पहलगाम में हमला किया था, तब हम सबने मिलकर तय किया था कि पाक से कोई रिश्ता नहीं रखेंगे। शिवसेना एक ही पार्टी है, जो बार-बार कह रही है कि जब तक पाकिस्तान आतंक विरोधी कोई कार्रवाई नहीं करता, तब तक पाकिस्तान से कोई नाता न जुड़े। हालांकि, इस देश का दुर्भाग्य यही है कि जिस मुद्दे पर बीजेपी चुनाव जीतने की कोशिश करती है, उसी विषय पर अब पीछे जाती दिख रही है।"
आदित्य ठाकरे ने कहा, "आज कहते हैं कि हम बांग्लादेश के साथ नहीं खेलेंगे। जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हुए थे, तो बांग्लादेश को चावल भेजा गया था। बांग्लादेश को हमारे यहां बुलाया था और टेस्ट मैच खेली गई थी। आज आप देखिए, जिस देश से हमारे देश के खिलाफ आतंकवादी कार्रवाई हो रही, उसी पाकिस्तान के साथ हॉकी खेलना चाहते हैं और फिर यूएई में जाकर क्रिकेट खेलना चाहते हैं। ये दो बातें क्यों हो रही हैं?"
Created On :   4 July 2025 8:57 PM IST