Bihar politics: प्रशांत किशोर ने भाजपा पर साजिश रचने का लगाया आरोप, कहा हमारे उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने पर इनका हाथ

प्रशांत किशोर ने भाजपा पर साजिश रचने का लगाया आरोप, कहा हमारे उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने पर इनका हाथ
पीके ने कहा,मेरे प्रत्याशियों के नामांकन से नाम वापस लेने के पीछे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की साजिश है। इसके साथ ही भाजपा के नेताओं ने मुटुर साव को धमकाकर नामांकन न करने से रोका है। पीके ने दानापुर के प्रत्याशी मुटुर और अमित शाह से मुलाकात करने की फोटो भी सबको दिखाई।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसी बीच जन सुराज पार्टी की ओर से तीन उम्मीदवारों ने नामांकन करने से अपना नाम वापस ले लिया है। जिस पर जन सुराज पार्टी के चीफ प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर साजिश करने का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा प्रत्याशियों के नामांकन वापस लेने के पीछे सीधे तौर पर भाजपा है। जिस तरह सूरत में लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवारों पर दबाव बनाया था। ठीक उसी तरह बिहार में भी जन सुराज के कैंडिडेटों पर दबाव बनाया जा रहा है।

प्रशांत किशोर ने क्या कहा?

प्रशांत किशोर ने मंगलवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरेआम जन सुराज के प्रत्याशियों को धमकाया जा रहा है। जिससे वे अपना नाम वापस कर लें और उनकी पार्टी मजबूत स्थिति में आ जाए। प्रशांत ने आगे कहा जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी अखिलेश कुमार उर्फ मुटुर साव को किडनैप नहीं किया गया था। उन्हें अगवा करने की बात पूरी तरह से गलत है। मेरे प्रत्याशियों के नामांकन से नाम वापस लेने के पीछे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की साजिश है। इसके साथ ही भाजपा के नेताओं ने मुटुर साव को धमकाकर नामांकन न करने से रोका है। पीके ने दानापुर के प्रत्याशी मुटुर और अमित शाह से मुलाकात करने की फोटो भी सबको दिखाई।

किस किस ने नाम वापस लिया

इसी तरह ब्रह्मपुर विधानसभा सीट से जन सुराज के प्रत्याशी डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी पर भी भाजपा नेताओं द्वारा दबाव बनाने का आरोप लगाया। पीके ने कहा तिवारी के घर पर भाजपा के नेताओं की मीटिंग चल रही है। जिसमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य भाजपा नेता शामिल हैं। यह कहने के बाद उन्होंने मीटंग करने की फोटो भी दिखाई। आपको बता दें सत्यप्रकाश तिवारी ने ब्रह्मपुर सीट से अपना नामांकन वापस ले लिया था। यह सीट बक्सर जिले के अंतर्गत आती है।

जन सुराज के प्रमुख ने आगे कहा कि गोपालगंज विधानसभा सीट से जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी डॉ. शशि शेखर सिंहा पर पर भी नाम वापस लेने का प्रेसर डाला गया। इन पर वहां के एक स्थानीय भाजपा एमएलसी और अन्य नेताओं ने दबाव बनाया। इसके पहले वे जन सुराज के लिए प्रचार कर रहे थे और सोमवार को अचानक जा कर उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। जिसके बाद से उन्होंने अपना फोन तक बंद कर लिया। उसके बाद भाजपा पार्टी ने उनके साथ मुलाकात करने की फोटो जारी की थी।

क्या है सूरत वाला तरीका?

पीके ने कहा कि भाजपा यहां भी गुजरात के सूरत वाला तरीका यहां भी अपना रही है। जिस तरह लोकसभा चुनाव के दौरान गुजरात के सूरत में नेताओं पर दबाव बनाया गया था। ठीक उसी तरह बिहार के चुनाव में भी रिपीट किया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के नेताओं पर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया। पीके ने कहा जदयू के स्थानीय नेता भी हमारे नेताओं पर दबाव बना रहे हैं। हमें पता चला कि वाल्मीकिनगर सीट से जन सुराज के प्रत्याशी दृग नारायण प्रसाद पर नामांकन से नाम वापस लेने का दबाव बनाया।

Created On :   21 Oct 2025 7:49 PM IST

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