बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बीजेपी के गढ़ बेतिया में विपक्षी दलों की जीत की राह आसान नहीं, जानिए बेतिया का चुनावी समीकरण

बीजेपी के गढ़ बेतिया में विपक्षी दलों की जीत की राह आसान नहीं, जानिए बेतिया का चुनावी समीकरण
2020 में बीजेपी की रेणु देवी, 2015 में कांग्रेस की मदन मोहन तिवारी, 2010 , 2005 और 2000 में बीजेपी की रेणु देवी ने लगातार तीन बार यहां से जीत हासिल की है. 2015 के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो 2000 से रेणु देवी का दबदबा है। यूं कहे ये सीट बीजेपी का गढ़ है

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में बेतिया पश्चिम चंपारण जिले के अंतर्गत आती है। बेतिया विधानसभा सामान्य सीट हैं। यहां की जमीन अत्यंत उपजाऊ है। सांस्कृतिक नजरिए से ये इलाका बेतिया राज और ध्रुपद संगीत की बेतिया घराने की परंपरा के लिए प्रचलित है।

बेतिया में करीब 13 फीसदी एससी, 1 फीसदी से कम एसटी वोटर्स और 15 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। यादव, ब्राह्मण , भूमिहार और वैश्य समुदाय की आबादी यहां अच्छी खासी है। इन समुदाय के मतदाता चुनाव की हार जीत में निर्णायक भूमिका में होते है।

1952 से लेकर 1985 तक यहां से 9 बार कांग्रेस ने चुनाव जीता है, 1967 में एक निर्दलीय उम्मीदवार ने कांग्रेस को हराया था। 1990 से लेकर बीजेपी ने यहां से 6 बार चुनाव जीता है। 1995 में जनता दल और 2015 में कांग्रेस को जीत मिली। 2015 में एनडीए के सदस्य बीजेपी जेडीयू के बीच आई दरार से कांग्रेस को यहां फायदा हुआ। 2020 में बीजेपी की रेणु देवी, 2015 में कांग्रेस की मदन मोहन तिवारी, 2010 , 2005 और 2000 में बीजेपी की रेणु देवी ने लगातार तीन बार यहां से जीत हासिल की है. 2015 के चुनाव को छोड़ दिया जाए तो 2000 से रेणु देवी का दबदबा है। यूं कहे ये सीट बीजेपी का गढ़ है। बीजेपी नेता व पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी ने यहां से पांच बार जीत हासिल की है। बेतिया में बीजेपी जेडीयू के आगे आरजेडी-कांग्रेस का कितना फेरबदल कर सकती है , ये चुनावी नतीजों में पता चलेगा।

Created On :   16 Oct 2025 1:56 PM IST

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