वोट चोरी का आरोप: चुनाव आयोग पर विपक्षी दलों ने साधा निशाना, चंद्रशेखर आजाद समेत कई नेताओं ने सीईसी पर लगाया आरोप

- चुनाव आयुक्त सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद एक राजनीतिक पार्टी में शामिल होंगे- सांसद चंद्रशेखर
- चुनाव आयुक्त कब जवाबदेह होंगे, कब डेटा देंगे
- चुनाव आयोग और मोदी सरकार मिलकर लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं- सांसद अवधेश प्रसाद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा किसी भी चुनाव से पहले मतदाता सूची की जांच होती है। बिहार में लोकसभा चुनाव हुए और उसके ठीक एक साल बाद आप 65 लाख मतदाताओं के नाम हटा देते हैं, तो सवाल उठता है कि क्या आपकी रिपोर्ट तब गलत थी या अब गलत है? क्या विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा किया गया है? मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि चुनाव आयुक्त अपनी सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद एक राजनीतिक पार्टी में शामिल होंगे क्योंकि उनकी भाषा एक जिम्मेदार अधिकारी की नहीं बल्कि एक नेता की थी। सवाल यह है कि चुनाव आयुक्त कब जवाबदेह होंगे, कब वह डेटा देंगे, देश यह देख रहा है।
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा हमारे नेता अखिलेश यादव ने 18,000 लोगों के नाम हटाए जाने को लेकर चुनाव आयोग को न केवल एक आवेदन दिया है, बल्कि हलफनामा भी दिया। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन चुनाव आयोग ने इस संबंध में कुछ नहीं किया है। चुनाव आयोग और मोदी सरकार मिलकर लोकतंत्र को नष्ट करना चाहते हैं।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा इन 10-11 सालों में ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जिससे उन्होंने(भाजपा) नेहरू जी की गलती बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्हें अपनी ज़िम्मेदारियां निभानी चाहिए, अतीत की बात करना बंद करें, आज जो हो रहा है उस पर बात करें, SIR क्यों किया जा रहा है इसका जवाब दें, वोट चोरी के मुद्दे पर बात करें। अगर ये सच नहीं है तो जनता को बता दें राहुल गांधी किसी हमले से नहीं डरते, सह लेंगे सब कुछ, बिल्कुल पीछे नहीं हटेंगे।
Created On :   19 Aug 2025 8:37 PM IST