UP Politcs: सीएम योगी ने साधा अखिलेश यादव पर निशाना, कहा- 'बौखला गए हैं'

- पूर्व सरकार पर सीएम योगी ने साधा निशाना
- योगी आदित्यनाथ ने जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर के आंकड़े दिखाए जनता को
- सपा के खिलाफ सीएम योगी की टिप्पणी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार के दिन में प्रदेश में 37 करोड़ पोधारोपण का विशिष्ट महाभियान चलाया है। जिसके तीन स्थानों पर खुद भी शामिल हुए और पौधारोपण किया। वहीं, प्रदेश के विपक्ष पर भी निशाना साधा है। सीएम ने समाजवादी पार्टी को घेरते हुए और बिना किसी का नाम लिए हुए कहा है कि, लूट और भ्रष्टाचार उजागह होने से 'बबुआ' बौघला गए हैं। साथ ही उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार के कार्यालय की कुछ योजनाओं के आंकड़ों का हवाला भी दिया है।
सीएम योगी ने बुधवार को किया पौधारोपण
सीएम योगी की तरफ से बुधवार को पौधारोपरण का महाभियान शुरू किया है। साथ ही पूर्व जनसभा भी संबोधइत कर रहे थे। उन्होंने 'एक पेड़ मां के नाम-2.0' थीम पर याद कारखाना से सटे हुए चिलुआताल के किनारे हरिशंकरी का पौधारोपण किया है, जिसमें पीपल, बरगद और पाकड़ के पौधे शामिल थे। पवित्र धारा वन की स्थापाना का शुभारंभ किया है। साथ ही उन्होंने पूर्व खाद कारखाना परिसर में उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा है कि, 2017 के पूर्व प्रदेश में योजनाओं में लूट और भ्रष्टाचार भरा हुआ था। सीएम ने आगे कहा कि सपा सरकार में 341 किलोमीटर लंबे और 110 मीटर चौड़े पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के लिए जो टेंडर निकाला गया था उसकी लागत 15200 करोड़ रुपए थी। वहीं, बीजेपी की डबल इंजन सरकार ने इसकी चौड़ाई को बढ़ाया है और अब इसकी चौड़ाई बढ़ाकर 120 मीटर की और दोबारा टेंडर निकाला तो लागत आई 11800 करोड़ रुपए। उन्होंने इस अंतर धनराशि को लूट बताते हुए सवाल किया है कि कहां जा रही है ये धनराशि। उन्होंने कहा कि लूट और भ्रष्टाचार करने वाले वही लोग आज हमें उपदेश देने आ रहे हैं।
जेपीएनआईसी के आंकड़ों पर भी सीएम योगी की प्रतिक्रिया
सपा सरकार की पोल खोलते हुए सीएम योगी ने आगे जय प्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) के आकंड़े भी जनता के सामने रखे हैं। उन्होंने कहा कि जेपी, मूल्यपरक राजनीति और परिवारवाद की मुखालफत के लिए जाने जाते हैं। लेकिन सपा सरकार ने उनके नाम को भी बदनाम किया। जेपीएनआईसी की लागत सिर्फ 200 करोड़ रुपए की थी लेकिन मार्च 2017 तक इस पर 860 करोड़ रुए खर्च कर दिए गए थे। साथ ही काम भी पूरा नहीं हुआ। इसकी सीबीआई जांच हो रही है। सीएम योगी ने कहा है कि, नैतिकता की बात करने वाले बबुआ लूट और भ्रष्टाचार उजागर होने से बौखला गए हैं।
Created On :   10 July 2025 2:43 PM IST