मराठी-हिंदी मामला: निशिकांत दुबे का बयान जनसम्मत नहीं, बताई उनकी व्यक्तिगत राय, बीजेपी से इसका कोई लेना देना नहीं - अठावले

निशिकांत दुबे का बयान जनसम्मत नहीं,  बताई उनकी व्यक्तिगत राय, बीजेपी से इसका कोई लेना देना नहीं - अठावले
  • मराठी पर हमें भी गर्व , हिन्दी का इतना विरोध करना ठीक नहीं- अठावले
  • हम हिन्दी के खिलाफ नहीं हैं। हम कह रहे हैं कि आप कोई भी चीज थोपो मत-सुप्रिया सुले
  • मराठी -हिंदी मामले पर देश भर में गरमाई राजनीति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी की लड़ाई जारी है। शिवसेना यूबीटी और मनसे ने एक मंच पर आकर महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर सरकार पर निशाना। इसी बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गलत बयानबाजी कर दी, जिस पर राजनीतिक लड़ाई भी शुरु हो गई। कई विपक्ष दल राज ठाकरे के साथ आकर बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साध रहे है। वहीं सत्तापक्ष विपक्षियों को घेरने की कोशिश कर रहे है। इस कड़ी में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा मुंबई में जो हो रहा है वो ठीक नहीं है। मनसे की भूमिका ठीक नहीं है। मनसे की भूमिका से देशभर में रहने वाले मराठी लोगों की जिंदगी प्रभावित हुई है। निशिकांत दुबे का बयान जनसम्मत नहीं है लेकिन उन्होंने सब लोगों के लिए नहीं बोला है। जो लोग दादागिरी कर रहे हैं, उनके लिए उन्होंने बोला है। ये भाजपा का बयान नहीं है, ये उनकी व्यक्तिगत राय है। राज ठाकरे को अपनी भूमिका को बदलने की आवश्यकता है। मराठी पर हमें भी गर्व है लेकिन हिन्दी का इतना विरोध करना ठीक नहीं है।

एनसीपी शरदपवार सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "महाराष्ट्र सरकार एक बार फिर विफल हुई है। मुंबई में कल जो हुआ वो गलत था। हम हिन्दी के खिलाफ नहीं हैं। हम कह रहे हैं कि आप कोई भी चीज थोपो मत, लोगों को आज डर लग रहा है कि दूसरा कोई भी आकर हमें धमकी देकर चला गया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कुछ नहीं कहेंगे।

मराठी -हिंदी विवाद के पूरे मामले पर देश भर में राजनीति गरमा गई है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी राज ठाकरे पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे में इतनी ही हिम्मत है, तो वह बिहार आकर दिखाएं। पटक-पटकर मारा जाएगा। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने दुबे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह बिल्कुल बीजेपी की मानसिकता है, जो महाराष्ट्र विरोधी है। हमने सभी से ऐसे गंदे दिमागों पर प्रतिक्रिया न करने को कहा है क्योंकि वे महाराष्ट्र में भय और अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं। ये वही लोग हैं जो महाराष्ट्र में विभाजन पैदा करना चाहते हैं, और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि फूट डालो और राज करो बीजेपी की चाल है। यह शुद्ध राजनीति है, बीजेपी के सांसद की यह मानसिकता पूरी बीजेपी का प्रतिनिधित्व करती है, यह उत्तर भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करती। पूरे देश से लोग सपने और उम्मीदें लेकर महाराष्ट्र आते हैं। हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ है, किसी भाषा के खिलाफ नहीं, निशिकांत दुबे उत्तर भारत के प्रतिनिधि नहीं हैं।

Created On :   10 July 2025 2:18 PM IST

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