Delhi Politics: 'चुनाव आयोग SIR के जरिए बीजेपी की कर रहा मदद...' कांग्रेस ने वोट चोरी को लेकर भाजपा पर कसा तंज

- कांग्रेस ने बीजेपी को वोट चोरी के मुद्दे पर घेरा
- वोट काटने-जोड़ने की कहीं कोई कवायद
- बीजेपी का वोट चोरी का खेल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस लगातार वोट चोरी के मुद्दे पर बीजेपी को घेर रही है। राहुल गांधी के बाद अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख देवेंद्र यादव ने देशभर में होने वाली विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखा हमाल किया है। उन्होंने इस प्रक्रिया को भाजपा की पुरानी चाल बताया है। उन्होंने कहा कि गरीब, झुग्गीवासी और प्रवासियों को एसआईआर से निशाना बनाया जा रहा है और दिल्ली की वोटर लिस्ट में हेराफेरी करने का प्रयास किया जा रहा है। यादव ने कहा है कि बीजेपी ने पिछले चुनाव जीतने के लिए यही ट्रिक अपनाई थी और अब दिल्ली में भी यही खेल चल रहा है।
SIR से बीजेपी की होगी मदद
कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है, "चुनाव आयोग का यह SIR बीजेपी को मदद करने के लिए वोट काटने-जोड़ने की कहीं कोई कवायद तो नहीं है? जैसा कि उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में किया था।"
उनका आगे कहना है, "मतदाता सूची में नाम हटाने या जोड़ने की जिम्मेदारी बीजेपी पर है, क्योंकि 2014 से केंद्र में उनकी ही सरकार है।" उन्होंने सवाल उठाया, "2002 में दिल्ली की आबादी सिर्फ 1.39 करोड़ थी, और जबकि अब मतदाताओं की संख्या 1.55 करोड़ हो गई है। आयोग के पास ऐसा कौन सा फॉर्मूला है जो 2002 की सूची से 2025 की तुलना करके यह काम करेगा?"
देवेंद्र यादव ने दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा पर तंज करते हुए कहा, "सचदेवा पहले अपने गिरेबान में झांकें। दिल्ली को कांग्रेस ने बनाया और बसाया है। बीजेपी का वोट चोरी का खेल अब सबके सामने है।" उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा, ''जननायक राहुल गांधी ने बीजेपी की इस साजिश को उजागर किया है, जो केंद्र और राज्यों में सरकार बनाने के लिए वोट चोरी का सहारा ले रही है।"
बीजेपी को पहुंचा फायदा
बिहार में चल रही एसआईआर का हवाला देते हुए यादव ने बताया, ''वहां चुनाव आयोग ने अन्य दलों के समर्थकों के नाम हटाए और बीजेपी को फायदा पहुंचाया है। अब दिल्ली में भी यही हो रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों में हमने कांग्रेस समर्थकों के नाम कटने के उदाहरण दिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
उन्होंने एसआईआर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर कहा, ''अदालत ने आधार कार्ड को पहचान प्रमाण के रूप में मानने का आदेश दिया था, लेकिन आयोग ने इसे नजरअंदाज किया। आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।"
कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया, ''SIR का इस्तेमाल बीजेपी विरोधियों के वोट काटने के लिए नहीं होना चाहिए। अल्पसंख्यक, पिछड़े और दलितों को हाशिए पर धकेला जा रहा है। AAP सरकार और अब बीजेपी ने उन्हें बर्बाद कर दिया है।"
Created On :   18 Sept 2025 11:33 PM IST