इस्तीफे का बिहार चुनाव से कनेक्शन!: क्या रातोंरात जगदीप धनखड़ को हटाने के पीछे है पॉलिटिकल स्ट्रेटजी? RJD ने बताया उपराष्ट्रपति पद पर किसे बिठाना चाह रही है BJP

क्या रातोंरात जगदीप धनखड़ को हटाने के पीछे है पॉलिटिकल स्ट्रेटजी? RJD ने बताया उपराष्ट्रपति पद पर किसे बिठाना चाह रही है BJP
  • जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद सियासी हलचल तेज
  • आरजेडी ने उपराष्ट्रपति पद को लेकर किया दावा
  • इस्तीफे के पीछे बताई बीजेपी की पॉलिटिकल स्ट्रेटजी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीती रात जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देकर सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी थी। हालांकि, इस्तीफा देने के पीछे उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था। फिलहाल, जगदीप धनखड़ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके बाद अब सियासी गलियारों में एक ही सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है कि अब जगदीप धनखड़ की जगह अगला उपराष्ट्रपति कौन बनेगा। इस बीच बिहार में आगामी चुनाव में इस मुद्दे को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की पार्टी आरजेडी से विधायक मुकेश रोशन ने मंगलवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति पद की कमान सौंपने के लिए जगदीप धनखड़ को इस्तीफा देना पड़ा है।

आरजेडी का दावा, नीतीश कुमार बनेंगे उपराष्ट्रपति

आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने बताया कि बिहार में बीजेपी चुनाव तक अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। आगे भी सरकार बनने पर अपना सीएम बनाएगी। ऐसे में अब अगला इस्तीफा सीएम नीतीश कुमार का होगा। उन्होंने कहा कि जेडीयू को खत्म करने में बीजेपी लगी है। नीतीश कुमार के करीबी नेताओं को बीजेपी ने अपने पाले में कर लिया है। खेला शुरू हो गया है।

वहीं, आरजेडी के दावे पर जेडीयू ने पलटवार किया। जेडीयू कोटे के मंत्री मदन सहनी ने भी एबीपी न्यूज़ से बातचीत की। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति नहीं बनेंगे। बिहार के सीएम हैं। आगे भी रहेंगे। आरजेडी झूठा मनगढ़ंत दावा कर रही है। एनडीए में किसी के साथ जबरदस्ती नहीं किया जाता।

आरजेडी के दावे पर जेडीयू का पलटवार

मदन सहनी ने कहा कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है। जबरन नहीं हटाए गए हैं। उनके इस्तीफा को नीतीश कुमार से न जोड़ा जाए. वहीं मॉनसून सत्र में सदन के अंदर व बाहर विपक्ष वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान (SIR) पर घेर रहा है। इसको वापस लेने की मांग की जा रही है। इस पर उन्होंने कहा कि एसआईआर को लेकर विपक्ष जनता को गुमराह कर रहा है। यह अभियान वोटर लिस्ट की शुद्धता निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए है. नाम वैसे लोगों का मतदाता सूची पर कट रहा है जो घुसपैठिए हैं, जिनकी मृत्यु हो गई, जो बिहार से बाहर चले गए।

Created On :   22 July 2025 4:41 PM IST

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