बिहार विधानसभा चुनाव: एनडीए को हराना है तो साथ चलिए, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने इंडिया गुट में शामिल होने के लिए आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को लिखा खत

एनडीए को हराना है तो साथ चलिए, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने इंडिया गुट में शामिल होने के लिए आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को लिखा खत
  • इंडिया ब्लॉक में सीट बंटवारे को लेकर चुनौती के बीच ओवैसी की एंट्री
  • ओवैसी के शामिल होने से ही इंडिया गुट में शामिल दलों के बीच आएगी कई दिक्कत
  • आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव लेंगे अंतिम फैसला

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी एआईएमआईएम महागठबंधन में आने को बैताब है। आपको बता दें बिहार की राजनीति में मुस्लिम वोट बैंक निर्णायक होते हैं। यही असली वजह है कि हाल ही में वक्फ कानून के विरोध में तेजस्वी यादव खुलकर सामने आए हैं। मुस्लिम मतदाताओं को लेकर एआईएमआईएम के खत ने अब महागठबंधन को संकट में डाल दिया है।

कुछ महीनों बाद बिहार में विधानसभा चुनाव हैं, सीटों को लेकर महागठबंधन में शामिल दलों के बीच मंथन चल रहा है। इसी बीच हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी और अब ओवैसी की AIMIM भी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा बनना चाहती है और सीट शेयरिंग की डिमांड कर रही है। आप ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मंथन चल रहा है, ऐसे में एआईएमआईएम के एंट्री वाले खत को लेकर कहा जा रहा है कि बीजेपी की बी टीम कहे जाने वाली एआईएमआईएम को इंडिया गुट का मेंबर बनाएगी या ऐसे ही टा-टा-बाय-बाय कर देंगे। अगर एआईएमआईएम इंडिया में शामिल होने की बात बनती है तो अलायंस के सहयोगी दलों के बीच सीट एडजस्ट और बंटवारे में कई दिक्कत आ सकती है। आपको बता दें लोकसभा चुनाव महागठबंधन के 6 सदस्य एक साथ देखे गए थे। इनमें राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय राष्ट्रीय लीग, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शामिल है। बाद में मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी भी महागठबंधन का हिस्सा बनी और आरजेडी ने अपने कोटे से उसे 3 सीटें दी थीं।

अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि क्या ओवैसी वास्तव में महागठबंधन में शामिल हो कर एनडीए के सामने चुनौतियां पेश करते है। या फिर महागठबंधन में जगह ना मिलने पर एआईएमआईएम चुनावी प्रचार में इंडिया गुट पर ये आरोप लगा कर घेर सकती है कि महागठबंधन एनडीए को हराना ही नहीं चाहता। और बीजेपी की बी टीम कहने के आरोपों से भी बच जाएंगे। अब इंडिया के सामने ये बड़ी समस्या है कि उसे शामिल किया जाए या नहीं। ये फैसला आरजेडी , कांग्रेस समेत इंडिया ब्लॉक में शामिल पार्टियों को तय करना है कि ओवैसी उनके गठबंधन का हिस्सा होंगे या नहीं?

अपने खत में एआईएमआईएम ने 2020 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों का हवाले देते हुए कहा, हमने पहले भी महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई थी, लेकिन हम सफल नहीं हो पाए। अब 2025 विधानसभा चुनाव से पहले एआईएमआईएम दो टूक कह रही है कि एनडीए को सत्ता से हटाना है तो एकजुट होना होगा। एआईएमआईएम ने खुद को इंडिया ब्लॉक में शामिल करने की आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से पेशकश की है। एआईएमआईएम के इस दांव से विपक्षी दलों भी खलबली मच गई है।

Created On :   4 July 2025 2:54 PM IST

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