Opposition alleges vote theft: 'न ये संविधान को मानते हैं, न ही कानून को', तेजस्वी यादव के 'चुनाव बहिष्कार' वाले बयान पर बीजेपी ने किया पलटवार

- राजद नेता तेजस्वी यादव के 'चुनाव बहिष्कार' संबंधी बयान पर सियासत गरमाई
- बीजेपी प्रवक्ता तेजस्वी यादव ने कसा तंज
- वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस पर हमला किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजद नेता तेजस्वी यादव के 'चुनाव बहिष्कार' संबंधी बयान पर सियासत गरमा गई है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि जो लोग संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं से ज्यादा परिवारवाद पर भरोसा करते हैं, जो व्यक्तिगत एजेंडे की वकालत करते हैं और हमारे संविधान निर्माताओं का अनादर करते हैं, वे स्वाभाविक रूप से ऐसे बयान देते हैं।
मीडिया से बात करते राजद नेता मनोज झा के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा है कि बांग्लादेश के चुनाव आयोग की तरह भारतीय चुनाव आयोग न करे। पूनावाला ने कहा कि इन लोगों का परिवार तंत्र और संविधान तंत्र में ज्यादा, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थानों में कम यकीन है। जो इमारतें शरिया की वकालत करती हैं, संविधान के निर्माता की तस्वीर अपने पैरों तले रखते हैं, उनके लिए इस प्रकार की बातें सामान्य ही है।
शहजाद तंज कसते हुए कहा कि इनके जो चिराग हैं, नवाबजादे हैं तेजस्वी यादव, उन्होंने जब कहा कि चुनाव का बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने खालिदा जिया जैसी बातें की। बांग्लादेश और शरिया के नक्शेकदम पर कौन है, यह दिखाई पड़ रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि ये न अंबेडकर के संविधान को मानते हैं और न ही संविधान के कानून को मानते हैं। इन लोगों की मानसिकता गैर लोकतांत्रिक है। इसलिए चुनाव के बहिष्कार की बातें करते हैं।
उन्होंने वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि 1983 में सोनिया गांधी नागरिक बनी हैं तो 1980 की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे आ गया, वोट चोरी का यह सबसे बड़ा प्रमाण है। रायबरेली से लेकर वायनाड तक एक प्रकार के फर्जी वोट बने हैं, क्या वह सेकुलर वोट चोरी है। एक बात स्पष्ट है कि चुनाव आयोग बहाना है, इनको अराजकता फैलानी है और हार के लिए बहाना बनाना है।
Created On :   14 Aug 2025 1:22 AM IST