पश्चिम बंगाल पॉलिटिक्स: CM ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद दौरे पर अधीर रंजन चौधरी का हमला, कहा - 'जब खून बह रहा था, तब मुख्यमंत्री चुप थीं'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी छह मई को हिंसा प्रभावित इलाके मुर्शिदाबाद का दौरा करने वाली हैं। इस दौरे को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उन पर निशाना साधा है।
सीएम ममता बनर्जी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद जा रही हैं। घटना होने के कितने दिन बाद वो जा रही हैं, यह सभी को दिख रहा है। जब सारे हालात सामान्य होते जा रहे हैं, तब ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद जाकर झूठ का पुलिंदा बनाने की कोशिश करेंगी।"
उन्होंने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए आगे कहा, "जब मुर्शिदाबाद में खून बह रहे थे, उस समय हमारी दीदी चुप थीं। उस समय उनके पास दूसरे काम थे। कहीं मंदिर उद्घाटन, कहीं मंदिर बनाना और प्राण प्रतिष्ठा करने जैसे उनके पास बहुत सारे काम थे। जब लोग अपनी जान गंवा रहे थे, उसकी फिक्र नहीं करते हुए ममता बनर्जी प्रभु जगन्नाथ के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने को तवज्जो दिया।"
अधीर रंजन चौधरी ने उठाई जांच की मांग
हिंसा से पीड़ित परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की मांग करते हुए उन्होंने कहा, "हिंसा में लोगों को जो क्षति हुई, उसमें चाहे हिंदू हो या मुसलमान, किसी के घर जलें, किसी की जान गई, पुलिस और केंद्रीय बल की गोली में भी जान गई। कुछ घायल अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमारी मांग है कि सभी के लिए बराबरी का आर्थिक मुआवजा और पीड़ित आगे कमाने के लायक हों, राज्य सरकार इसका इंतजाम करें।"
हिंसा वाले दिन पुलिस के देरी से पहुंचने की जांच कराने की मांग करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमारा सवाल है कि जहां पर हिंसा हो रही थी, वहां पर पुलिसवालों को जाने के लिए क्यों पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ा? क्या पुलिस वालों ने यह अपनी मर्जी से किया या फिर सत्ताधारी पार्टी के किसी नेता के आदेश का पालन कर रहे थे? इसका विस्तार से जांच करना चाहिए।" उल्लेखनीय है कि वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में प्रदर्शन हुआ था। प्रदर्शन ने धीरे-धीरे हिंसा का रूप ले लिया, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी। वहीं, हादसे के बाद सीएम ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद नहीं जाने की विपक्षी पार्टियों ने आलोचना भी की थी।
Created On :   4 May 2025 2:44 AM IST