मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट 2023: बालाघाट के बाद अब उज्जैन में पोस्टल बैलेट के साथ छेड़छाड़, डाक मतपत्र पेटी की सील टूटी मिली

बालाघाट के बाद अब उज्जैन में पोस्टल बैलेट के साथ छेड़छाड़, डाक मतपत्र पेटी की सील टूटी मिली

डिजिटल डेस्क, उज्जैन/भोपाल। काउंटिंग से पहले, मध्य प्रदेश में पोस्टल बैलेट के साथ हुई छेड़छाड़ का मामला बढ़ता जा रहा है। बालाघाट के बाद, अब उज्जैन से डाक मतपत्रों के साथ होने वाली छेड़छाड़ की खबर सामने आई है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने इस संबंध में कुछ वीडियो पोस्ट किए हैं, जिनमें दिख सकता है कि डाक मतपत्र पेटी की सील टूटी हुई है।

बताया जा रहा है कि उज्जैन के कोठी पैलेस के स्ट्रॉंग रूम के बाहर पहरा दे रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संदिग्ध गतिविधियों की भनक लगी थी। सूचना प्राप्त होने पर, महिदपुर से कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश जैन और तराना प्रत्याशी महेश परमार ने अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉंग रूम की ओर रुख किया।

स्ट्रॉंग रूम की निरीक्षण के दौरान, उन्होंने पाया कि महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के डाक मतपत्रों की पेटी की सील टूटी हुई थी। इस मुद्दे पर उन्होंने आपत्ति जताई और निर्वाचन आयोग से इसे लेकर शिकायत करने के लिए पंचनामा तैयार करवाया।

इस मामले में स्थानीय प्रशासन ने त्वरित कदम उठाते हुए अधिकारियों को जाँच शुरू करने के लिए निर्देशित किया है। प्राथमिक जाँच के दौरान पता चला है कि सील टूटने के बाद कुछ मतपत्र गायब हैं और इसके संबंध में विभिन्न सवाल उठ रहे हैं। जनता को यह घड़बड़ी सत्र के पहले दिन के चुनाव प्रक्रिया में बड़ी ही चौंकाने वाली घटना लग रही है और इस मामले की गहरी जाँच की मांग की जा रही है।

डाक मतपत्रों की इस घड़बड़ी के बाद स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा को मजबूती से बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई भी अनियमितता नहीं हो सके। इसके साथ ही, नागरिकों से भी अपील की गई है कि वे भी सतर्क रहें और किसी भी अनैतिक प्रथा या गतिविधि की सूचना देने के लिए तत्पर रहें।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने इस संबंध में जारी किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि डाक मतपत्र पेटी में जो ताला लगा हुआ है, उसके ऊपर के कागज फटे हुए हैं। इसका मतलब है कि कागजी सील को हटाकर ताला खोला गया है। इसके अलावा, कुछ स्थानों पर कागजी सीलें गीली थीं, जिससे स्पष्ट है कि आज ही आनन फानन में सील के रूप में कागज लगाए गए हैं।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने महिदपुर सीट से बहादुर सिंह चौहान को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने इस बार दिनेश जैन बॉस को टिकट दिया है। 2018 के चुनाव परिणामों की बात करें तो बीजेपी के प्रत्याशी बहादुर सिंह चौहान को 70,499 वोट मिले थे। इसके खिलाफ, कांग्रेस के उम्मीदवार सरदार सिंह चौहान को 22,478 मत मिले थे। वहीं, कांग्रेस से अलग होकर स्वतंत्र चुनाव लड़ने वाले दिनेश जैन को 55,279 वोट मिले। क्योंकि कांग्रेस ने इस बार दिनेश जैन को टिकट दिया है, इसलिए भाजपा को जीतना मुश्किल माना जा रहा है। युद्ध तो तंगा है, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को चुनाव जीतने की संभावना अधिक है। कांग्रेस को चिंता है कि इसी कारण यहां भाकपा ने पोस्टल बैलेट के साथ हेरफेर किया गया है।

Created On :   2 Dec 2023 3:33 PM GMT

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