पेंच व्याघ्र प्रकल्प में 129 प्रजाति की मिलीं तितलियां

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पेंच व्याघ्र प्रकल्प अंतर्गत तिनसा इकोलॉजिकल फाउंडेशन के सहयोग से हाल ही में तितलियों का पहला सर्वेक्षण किया गया। गर्मी का सत्र होने के बाद भी 129 प्रजातियों की तितलियां पाई गईं हैं। दर्ज की गई महत्वपूर्ण प्रजातियों में ब्लू मॉर्मन (महाराष्ट्र स्टेट बटरफ्लाई), संयुक्त स्विफ्ट, कॉमन नवाब, ब्लैक राजा, ब्राउन किंग क्रो, साइके, टेललेस पामफ्लाई, क्रिमसन रोज़, कॉमन ट्री-ब्राउन, ग्रास डेमन, कॉमन लास्कर आदि शामिल हैं। इस सर्वेक्षण में 49 नए रिकॉर्ड भी दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, प्रतीक्षा सिंह पीएचडी स्कॉलर और टीम के सदस्य उघरा ने कोलितमारा की पेंच नदी के तल में कई ड्रैगनफ्लाई की उपस्थिति रिकॉर्ड किए। प्रथमेश ने पूर्वी पेंच में कैंप क्षेत्र के पास मकड़ियों की कई प्रजातियां दर्ज कीं।
105 लोगों ने लिया हिस्सा : पेंच टाइगर रिजर्व ने 10-12 मार्च को तिनसा इकोलॉजिकल फाउंडेशन के सहयोग से अपना यह सर्वेक्षण किया। इस दौरान 11 राज्यों के 105 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसमें 60 पुरुष और 45 महिलाएं शामिल थीं। सर्वेक्षण को तकनीकी भागीदार तिनसा इकोलॉजिकल फाउंडेशन द्वारा निर्धारित किया गया था। पेंच टाइगर रिजर्व के 7 वन क्षेत्रों में 65 संरक्षण झोपड़ियों में से 42 को नमूना पद्धति का उपयोग करके सर्वेक्षण के लिए चुना गया था। प्रतिभागियों में से आधे गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़, कोटा विवि राजस्थान, नागपुर विवि महाराष्ट्र के प्रोफेसर और छात्र शामिल थे।
डाटा होगा सुरक्षित : सर्वेक्षण के माध्यम से तितलियों के लिए बेस लाइन डाटा स्थापित करना सुविधाजनक होगा, साथ ही विभिन्न मौसमों में इस तरह के सर्वेक्षण करने से वार्षिक चक्र में जनसंख्या और प्रजातियों की गतिशीलता का निर्धारण होगा। प्रति शिविर के लिए कम से कम 1 तितली देखने वाला विशेषज्ञ और 1 या 2 अमेच्योर या नौसिखियों के साथ 2-3 की टीमों में बांटा गया था। प्रति टीम ने सिलारी से संबंधित शिविरों में सुबह-शाम के आधार पर 3 या 4 सर्वेक्षण को पूरा किया।
Created On :   14 March 2023 1:10 PM IST