इटियाडोह प्रकल्प से ग्रीष्मकालीन धान की 25 प्रतिशत बुआई पूरी

डिजिटल डेस्क, लाखांदुर (भंडारा)। बाघ इटियाडोह प्रकल्प अंतर्गत पूर्व विदर्भ के गोंदिया, भंडारा एवं गड़चिरोली इन तीन जिलों के हजारों हेक्टेयर लाभ क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध की जाती है। इस वर्ष भी रबी मौसम में ग्रीष्मकालीन धान फसल की बुआई के लिए पिछले दिसंबर माह से तीनों जिलों में हजारों हेक्टेयर लाभ क्षेत्र में सिंचाई के लिए प्रकल्प से नहर द्वारा पानी छोड़ा गया है। इससे अभी तक प्रकल्प के लाभ क्षेत्र के कुल 25 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान फसल की बुआई पूरी होने की जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी गई है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष खरीफ मौसम में संतोषजनक बारिश होने से इटियाडोह प्रकल्प में शत-प्रतिशत से अधिक पानी का भंडारण होकर प्रकल्प ओवरफ्लो हुआ था। किंतु पहले से इस प्रकल्प में 313.20 दलघमी अंतर्गत 98.70 प्र.श. पानी संग्रहण शेष था। इस दौरान बाघ इटियाडोह प्रकल्प प्रशासन अंतर्गत तीनों जिलों के लाभ क्षेत्र में अधिक प्रमाण में रबी फसल अंतर्गत ग्रीष्मकालीन धान फसल की बुआई करने के लिए अधिक सिंचाई का नियोजन किया गया।
इस नियोजन के अनुसार ग्रीष्मकालीन धान नर्सरी के साथ बुआई के लिए पिछले दिसंबर से अब तक कुल चार बार प्रकल्प से पानी छोड़ा गया है। फिलहाल की स्थिति में प्रकल्प में कुल 251.58 दलघमी पानी संग्रहण 79.15 प्रतिशत होने की जानकारी दी गई है। पिछले बारिश के आखिर में प्रकल्प में 98.70 प्रतिशत पानी संग्रहण शेष है। बाघ इटियाडोह प्रकल्प अंतर्गत भंडारा, गोंदिया एवं गडचिरोली आदि तीन जिलों में कुल 10,650 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान बुआई के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करने का नियोजन किया गया है। इस नियोजन अनुसार तीनों जिलों के लाभ क्षेत्र में अधिक प्रमाण में सिंचाई उपलब्ध किया होकर नियोजित क्षेत्र से अधिक क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होने से किसानों ने नियोजित क्षेत्र से अधिक क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान फसल बुआई शुरू करने की जानकारी है। बुआई की वजह से नियोजित क्षेत्र में बढ़ोतरी होकर कुल 11 हजार 500 हेक्टेयर क्षेत्र पर ग्रीष्मकालीन धान फसल बुआई होने की संभावना व्यक्त की जा रही हंै।
फरवरी माह के आखिर तक होगी शेष क्षेत्र की बुआई पूरी : इस वर्ष ग्रीष्मकालीन धान बुआई के लिए इटियाडोह प्रकल्प से पिछले दिसंबर महीने से नहर द्वारा सिंचाई के लिए कुल चार बार पानी छोड़ा गया है। इस पानी से प्रकल्प के लाभ क्षेत्र के कुछ परिसर में ग्रीष्मकालीन धान फसल बुआई शुरू हुई होकर अभी तक नियोजित क्षेत्र के 25 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन धान फसल बुआई पूरी होने की जानकारी है। बुआई फरवरी माह के आखिर तक पूरी होने की संभावना व्यक्त की गई हंै।
Created On :   11 Feb 2023 5:37 PM IST